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सिंधी समाज ने मनाया संत हिरदाराम का जन्म उत्सव, मानव सेवा का दिया संदेश

जिले में सिंधी समाज ने संत हिरदाराम का 114 वां जन्म उत्सव मनाया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला.

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Published : Sep 22, 2019, 12:27 PM IST

संत हिरदाराम का 114 वां जन्म उत्सव

भोपाल। राजधानी के बैरागढ़ में स्थित संत कुटिया में संत हिरदाराम साहब के 114 वें अवतरण दिवस को मनाया गया. इस मौके पर समाधि स्थल पर देर रात तक भक्तों का सैलाब देखने को मिला. संत हिरदाराम साहब के जन्मोत्सव पर स्कूलों में बच्चों को मानव सेवा का पाठ भी पढ़ाया गया.
देर रात तक कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने संकल्प भी लिया. यहां पर विशेष पाठ का आयोजन भी किया गया, जिसमें कई सेवादार शामिल हुए. इस कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद थे.

सिंधी समाज ने मनाया संत हिरदाराम का जन्म उत्सव
आश्रम के सेवादार रमेश हिंगोरानी ने बताया कि इस मौके पर जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया. साथ ही दीन दुखियों को भोजन कराया गया. दरअसल संत हिरदाराम साहब सादा जीवन जीने के लिए प्रख्यात थे. सुख-सुविधा से दूर रहते थे. यही कारण है कि बैरागढ़ क्षेत्र का नाम संत हिरदाराम साहब के नाम से रखा गया.

भोपाल। राजधानी के बैरागढ़ में स्थित संत कुटिया में संत हिरदाराम साहब के 114 वें अवतरण दिवस को मनाया गया. इस मौके पर समाधि स्थल पर देर रात तक भक्तों का सैलाब देखने को मिला. संत हिरदाराम साहब के जन्मोत्सव पर स्कूलों में बच्चों को मानव सेवा का पाठ भी पढ़ाया गया.
देर रात तक कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने संकल्प भी लिया. यहां पर विशेष पाठ का आयोजन भी किया गया, जिसमें कई सेवादार शामिल हुए. इस कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद थे.

सिंधी समाज ने मनाया संत हिरदाराम का जन्म उत्सव
आश्रम के सेवादार रमेश हिंगोरानी ने बताया कि इस मौके पर जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया. साथ ही दीन दुखियों को भोजन कराया गया. दरअसल संत हिरदाराम साहब सादा जीवन जीने के लिए प्रख्यात थे. सुख-सुविधा से दूर रहते थे. यही कारण है कि बैरागढ़ क्षेत्र का नाम संत हिरदाराम साहब के नाम से रखा गया.
Intro:सिंधी समाज ने मनाया संत हिरदाराम का जन्म उत्सव , मानव सेवा का दिया गया संदेश


भोपाल | सिंधी समाज के आराध्य गुरु और मानवता के पुरोधा सदी के महामानव संत हिरदाराम साहब के 114 वें अवतरण दिवस पर उनकी समाधि स्थल पर लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा . महान संत के जन्म दिवस की खुशियां मनाने पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं की आंखें उनकी कुटिया पहुंचकर नम हो उठी संत हिरदाराम साहब के जन्म दिवस के अवसर पर स्कूलों में भी बच्चों को मानव सेवा का पाठ पढ़ाया गया .Body:राजधानी के बैरागढ़ स्थित संत कुटिया पर सुबह से देर रात तक भक्तों का सैलाब लगा रहा . यहां देर रात तक कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए.

यहां पहुंचे लोगों ने बताया कि संत जी के संदेश के अनुरूप सेवा करना ही हम सभी का मकसद होना चाहिए . हम उनके जन्मदिवस पर यह संकल्प लें कि हम किसी की निंदा और चुगली नहीं करेंगे . दीन दुखियों की हमेशा आगे बढ़कर सेवा करेंगे . प्रतिदिन सुखमनी का पाठ करने की आदत सभी को डालनी चाहिए . रात को भी सोते समय कीर्तन सोहेला का जाप करना चाहिए इससे आपके जीवन में बदलाव जरूर आएगा यहां पर विशेष पाठ का आयोजन भी किया गया है जिसमें कई सेवादार शामिल हुए हैं कार्यक्रम के दौरान सभी सिंधी समाज के बंधुओं ने संत जी के वचनों को आत्मसात करने की शपथ भी ली .


Conclusion:आश्रम के सेवादार रमेश हिंगोरानी ने बताया कि आज संत हिरदाराम जी के 114 वें अवतरण दिवस पर यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं उन्होंने जो रास्ता हम सभी को दिखाया है हम सब उसी रास्ते पर चलने का प्रयास कर रहे हैं आज के कार्यक्रम के दौरान जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया है और दीन दुखियों को भोजन कराया जा रहा है .


बता दें कि संत हिरदाराम साहब सादा जीवन जीने के लिए प्रख्यात रहे थे वे कभी भी किसी सुख सुविधा का लाभ नहीं लेते थे वह हमेशा प्रभु का ही अनुसरण किया करते थे और लोगों को भी मानवता की दिशा में चलने के लिए प्रेरित किया करते थे यही वजह है कि बैरागढ़ क्षेत्र का नाम संत हिरदाराम साहब के नाम से ही जाना जाता है उन्हें हमेशा उनकी सज्जनता और मानवता के लिए श्रद्धा के साथ याद किया जाता है .
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