भोपाल। नवजात बीमार बच्चे को अस्पताल से घर लाने और बीमार होने पर चेकअप के लिए दोबारा अस्पताल ले जाने में लोगों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता था, पर अब उनकी यह परेशानी कम हो जाएगी, क्योंकि 108 एम्बुलेंस और जननी एक्सप्रेस के वाहन अब नवजातों के लिए मुहैया कराए जायेंगे. इतना ही नहीं, अब बीमार नवजात को अस्पताल ले जाने के लिए 108 के कॉल सेंटर से रिमाइंडर कॉल भी आएगी. इसके लिए कॉल सेंटर में करीब 10 लोगों को सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट के तहत रिमाइंडर कॉल करने का काम सौंपा गया है.
ग्रामीण क्षेत्र के लिए है खासतौर पर सुविधा
इस सुविधा के बारे में जिगित्सा हेल्थ केयर कम्पनी के प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र शर्मा ने बताया कि, लॉकडाउन के बाद बीमार लोगों के अलावा बीमार नवजातों को अस्पताल से घर और घर से अस्पताल ले जाने में ज्यादा दिक्कत हुई थी. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के पास परिवहन व्यवस्था नहीं होने की वजह से इलाज के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. इसीलिए हमने एसएनसीयू शुरू कर दी है, जिसके तहत हम न केवल परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवा रहे हैं, बल्कि लोगों को रिमाइंडर कॉल भी करते है, ताकि वह समय पर बच्चे को अस्पताल लेकर जा सकें. सिर्फ इतना ही नहीं अस्पताल से वापस घर ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है.
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108 और जननी एक्सप्रेस की है व्यवस्था
बता दें कि, इस सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट में सड़क हादसे और अन्य दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों को मौके पर मदद पहुंचाने वाली 108 एम्बुलेंस और गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल ले जाने वाली जननी एक्सप्रेस काम आएगी, जिसकी शुरुआत प्रदेश में शूरू कर दी गई है. इस समय प्रदेश भर में 700 जननी एक्सप्रेस और 606 नई 108 एम्बुलेंस का संचालन किया जा रहा है.