भोपाल। कांग्रेस के दमोह से विधायक राहुल लोधी के भाजपा में शामिल होने के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जहां सोमवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. तो वहीं आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ पर पलटवार किया है. शिवराज सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर अफसरों को धमकाने का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग से स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है.
'दिग्गी- कमलनाथ अफसरों को धमका रहे हैं'
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, 'कांग्रेस अपनी संभावित पराजय से बौखला गई है और कांगेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ आज कल कर्मचारियों और अफसरों को धमका रहे हैं, रोज धमकी दी जा रही है, हम देख लेंगे, हम निपट लेंगे, हम निपटा देंगे. आखिर अधिकारियों और कर्मचारियों का भी आत्मसम्मान होता है. उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. उनका अपमान किया जा रहा है.
शिवराज सिंह ने की चुनाव आयोग से अपील
सीएम शिवराज ने कांग्रेस नेताओं के बयान को चुनाव की आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कहा कि, 'धमकाना भी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है, इसलिए चुनाव आयोग से निवेदन करता हूं कि वह स्वत: संज्ञान ले और धमकाने वालों पर कार्रवाई करें'
कमलनाथ ने बीजेपी पर लगाया विधायकों की सौदेबाजी का आरोप
दरअसल, सोमवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भगवा दल पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा उपचुनावों के परिणामों से डर कर भाजपा उनके (कांग्रेस) विधायकों के साथ सौदेबाजी कर रही है. रविवार को दमोह से कांग्रेस के विधायक राहुल लोधी विधानसभा से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए. मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान और 10 नवंबर को मतगणना होगी.
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चुनाव के परिणाम से डर रही बीजेपी
कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव के आने वाले परिणामों की चिंता भाजपा को सता रही है. इसलिए बीजेपी इस तरह का काम कर रही है. अगर बीजेपी को लगता है कि वो चुनाव जीत रही है, तो इस तरह की सौदेबाजी काम क्यों कर रही है.
सौदेबाजी की राजनीति कर रही बीजेपी
उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस विधायकों से सौदेबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'ये बाजार में चल पड़े हैं जो मिल जाये उसे खरीद लो. सौदेबाजी की राजनीति ही उपाय रह गया है. मुझे इस बात का दुख है कि चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है, पर ये जो उत्सव है सौदेबाजी का है, बिकाऊ का उत्सव है.'
'मैं सौदेबाजी की राजनीति नहीं करता'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 'मुझे कई विधायकों (कांग्रेस) के फोन आए हैं कि बीजेपी उनको फोन कर रही है, इतना ऑफर दे रहे है.' उन्होंने कहा कि मार्च में मैं भी सौदेबाजी कर सकता था, लेकिन मैं इस प्रकार की राजनीति में विश्वास नहीं रखता. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का मतदाता बहुत सरल व सीधा है, लेकिन राजनीतिक रूप से बहुत जागरुक है, और वह सब समझ रहा है.
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कमलनाथ के आरोप पर बीजेपी का पलटवार
कमलनाथ के आरोप पर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अपनी पार्टी का प्रबंधन करने में सक्षम नहीं हैं. उन्होंने कहा कि 'इतने सारे विधायक व अन्य नेता कमलनाथ के नेतृत्व और कांग्रेस को छोड़ चुके हैं. यह कमलनाथ के नेतृत्व पर भी सवालिया निशान उठाता है. उन्हें भाजपा के खिलाफ आधारहीन टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.'
राहुल लोधी ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
कांग्रेस से 2018 में दमोह विधानसभा सीट पर चुनाव जीतने वाले राहुल सिंह लोधी ने रविवार को बीजेपी की सदस्यता ले ली है. लिहाजा उपचुनाव के परिणाम से पहले ही दमोह सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. जिसके बाद मध्यप्रदेश की राजनीति के बाजार में विधायकों की सौदेबाजी का मुद्दा जोरों पर है.