भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी प्रभारी मुरलीधर राव पिछले 4 दिन से मध्य प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में बीजेपी कार्यकारिणी के साथ-साथ अन्य बैठकें ले रहे हैं. मुरलीधर राव ने बैठक के दौरान कहा कि 2023 में होने वाले विधानसभा के लिए अभी भाजपा का चेहरा कौन होगा? यह तय नहीं है. 2023 के चुनाव में किसकी चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा, इसको लेकर उन्होंने कहा कि 2023 की बात मैं अभी कैसे कर सकता हूं, मैं राजनीति में हूं, भविष्यवक्ता नहीं हूं. इस तरह का बयान राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी दे चुके है. राजनीति विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठकें सीएम शिवराज के पक्ष में नहीं हो रही है.
- 2023 विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरा तय नहीं
मध्य प्रदेश में लगातार जिस तरह से शिवराज के खेमे से अलग नेताओं की बैठकों का दौर चल रहा है. उसी सिलसिले में मुरलीधर राव ने कार्यकारिणी की बैठक में स्पष्ट भी कर दिया था, कि बीजेपी में किसी भी तरह की लॉबिंग नहीं चलती. यहां जो होता है वो संगठन ही तय करता है. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है यह सब बैठकें शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ हो रही है. इसी सवाल के उत्तर में मुरलीधर राव ने साफ कह दिया कि मैं राजनीति से हूं, भविष्यवक्ता नहीं हूं. इस तरह का बयान पहले भी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी दिया था. विजयवर्गीय से पुछा था कि क्या मध्य प्रदेश में 2023 के चुनाव शिवराज के चेहरे पर लड़े जाएंगे, तो उन्होंने भी यही कहा था कि मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं. अब इस बार जो बयान मुरलीधर राव की ओर से आया उसके संकेत तो यही बता रहे हैं कि बीजेपी 2023 में शिवराज सिंह चौहान को अलग कर सकती है.
अनुसूचित जाति-जनजाति को बीजेपी के करीब लाने की कोशिश में दिग्गजों का महामंथन
- भोपाल में हुई थी कार्यकारिणी की बैठक
बीजेपी प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने भोपाल में आयोजित हुई कार्यकारिणी की बैठक के दौरान यह बात कही थी. इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कृषि मंत्री कमल पटेल भी मौजूद थे. कार्यकारिणी की बैठक होने के बावजुद इस बैठक में शिवराज सिंह नहीं शामिल हुए. उनका बैठक में शामिल नहीं होने का कारण तो अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इस तरह के बयान से लगता है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कुछ नया हो सकता है.
- मुरलीधर राव ने कहा- अभी 3 साल और झेलना है
बीजेपी का इस तरह कहना सवालों के घेरे में है, क्योंकि 2013 की बात हो या फिर 2018 की इन चुनाव में पहले ही शिवराज का चेहरा आगे लाकर चुनाव लड़ा गया था. नारा भी दिया गया शिवराज है तो मुमकिन है. मुरलीधर राव बातों बातों में यह भी कह गए कि मुझे आपको अभी 3 साल झेलना है. बडें नेताओं इन बयानों से लग रहा है कि शायद 2023 में बीजेपी कोई भी चेहरा लेकर लड़े. लेकिन मुरलीधर राव ने वर्तमान हालातों पर सीधे कहा कि शिवराज सरकार के पीछे केंद्र की सरकार मजबूती के साथ खड़ी है. सोशल मीडिया पर चर्चा होने या कांग्रेस के नेताओं के कहने या कुछ करवाने से बीजेपी में कुछ नहीं होता. कांग्रेस कोविड की तरह जाल फैला रही है. इससे कुछ नहीं होने वाला.
- अजय विश्नोई की बढ़ सकती है मुश्किलें
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद का एक कथिक ऑडियो वायरल हुआ था. दावा किया जा रहा कि इस ऑडियो में मेनका गांधी ने एक पशु चिकित्सक से फोन पर बात करने के दौरान न केवल उसे धमकी दी बल्कि गालियां भी दीं. इस ऑडियो के वायरल होने के बाद पूर्व मंत्री और पाटन से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने मेनका गांधी पर ट्वीट कर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. अब इस मामले में मध्य प्रदेश बीजेपी प्रभारी मुरलीधर राव ने बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कहा है कि इस बारे में अजय विश्नोई से बातचीत की जाएगी.