भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन कोरोना वायरस को लेकर सख्त बेहद सख्त हो गए हैं. कोरोना से बचाव और रोकथाम के लिए लगातार बैठक कर नए फैसले लेते हुए अधिकारियों को लगातार निर्देश दे रहे हैं. गुरुवार को एक बार फिर कोरोना को लेकर बैठक का आयोजन किया. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा की.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. तय किया गया है कि राज्य के सात संभागीय मुख्यालयों में कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए अलग अस्पताल होंगे. मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई. उसके बाद उन्होंने कहा, कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयास जारी हैं.
बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. आइसोलेशन की व्यवस्था, रोग के लक्षण दिखे तो टेस्टिंग की व्यवस्था, उपचार की व्यवस्था, महानगरों खास कर सात संभागीय मुख्यालय में अलग अस्पताल, प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर यह व्यवस्था करेंगे. उन्होंने कहा, चिकित्सक, नर्स और पैरा मेडिकल स्टॉफ के लिए पीपीई किट की व्यवस्था और जितनी भी जरूरते हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 104-181 को और प्रभावी बनाने की व्यवस्था की जाएगी.
काम की तलाश में प्रदेश से बाहर गए लोगों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चिंतित नहीं हों. घबराएं नहीं, संबंधित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से चर्चा कर रहा हूं. वे जहां हैं वहां उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था के लिए उन राज्य सरकारों से अपील कर रहे हैं. इसके अलावा जो लोग राज्य की सीमा पर आ गए है, उन जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना किसी परेशानी और संकट के सावधानी रखते हुए उन्हें यथाशीघ्र सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाएं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में प्रदेश में रबी की फसलों के उपार्जन के संबंध में समीक्षा बैठक की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही घर में रहने की अपील कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि इस कठिन घड़ी में हमें ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक हरसंभव मदद पहुंचानी है, प्रदेश सरकार इस ओर निरंतर कार्यरत है. आप सभी के छोटे-छोटे सहयोग से भी अनेक लोगों को हम लाभ पहुंचा सकेंगे. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना भी योगदान दें.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि देश के 80 करोड़ भारतीयों को 5 किलो गेहूं/चावल और 1 किलो दाल अगले 3 महीने तक नि:शुल्क देने का प्रधानमंत्री का फैसला सराहनीय है. इससे हमारे गरीब भाई-बहनों को बहुत राहत मिलेगी और कोरोना से लड़ने के प्रयास को भी बल मिलेगा. वहीं एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कोरोना से जंग लड़ रहे चिकित्सा क्षेत्र के प्रत्येक भाई-बहन का 50 लाख का जीवन बीमा करने का फैसला सराहनीय है. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी वास्तव में भगवान का रूप हैं, इनके प्रयास और सेवाभाव को ये देश सलाम करता है.