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दीपावली पर मौसम के बिगड़े मिजाज, 76 मिलीमीटर बारिश दर्ज

तेज बारिश ने शहर को पानी से तरबतर कर दिया है. देर शाम से ही 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का दौर चलता रहा, जिसके बाद तूफानी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ.

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Published : Oct 29, 2019, 9:21 AM IST

Updated : Oct 29, 2019, 10:00 AM IST

मौसम के बिगड़े मिजाज

भोपाल। दीपावली पर मौसम के बिगड़े मिजाज ने शहरवासियों को चौंका दिया है. शहर में रविवार सुबह से बादल छाए रहे, तो यही सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा. 2 दिनों तक तो रुक-रुक कर बारिश होती रही, लेकिन सोमवार देर रात को तेज बारिश होने लगी.

मौसम के बिगड़े मिजाज
जानकारी के अनुसार देर शाम से ही 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का दौर चलता रहा. उसके बाद तूफानी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ. इस तूफानी बारिश की वजह से राजधानी के कई क्षेत्र में बिजली गुल हो गई.मौसम विभाग के अनुसार रविवार से सोमवार सुबह तक 8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है. वहीं सोमवार रात तक 76 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि क्यार तूफान के असर से मौसम का यह मिजाज बिगड़ा है. यह चक्रवात अभी भी ताकतवर बना हुआ है, जिसका असर बूंदाबांदी के रूप में दिखाई दे रहा है, लेकिन अब यह चक्रवात ओमान की तरफ बढ़ रहा है. आने वाले 24 से 48 घंटे में आसमान खुलना शुरू हो जाएगा और बादल हटने के बाद तापमान गिरने से धीरे-धीरे ठंडक बढ़ेगी.

भोपाल। दीपावली पर मौसम के बिगड़े मिजाज ने शहरवासियों को चौंका दिया है. शहर में रविवार सुबह से बादल छाए रहे, तो यही सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा. 2 दिनों तक तो रुक-रुक कर बारिश होती रही, लेकिन सोमवार देर रात को तेज बारिश होने लगी.

मौसम के बिगड़े मिजाज
जानकारी के अनुसार देर शाम से ही 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का दौर चलता रहा. उसके बाद तूफानी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ. इस तूफानी बारिश की वजह से राजधानी के कई क्षेत्र में बिजली गुल हो गई.मौसम विभाग के अनुसार रविवार से सोमवार सुबह तक 8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है. वहीं सोमवार रात तक 76 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि क्यार तूफान के असर से मौसम का यह मिजाज बिगड़ा है. यह चक्रवात अभी भी ताकतवर बना हुआ है, जिसका असर बूंदाबांदी के रूप में दिखाई दे रहा है, लेकिन अब यह चक्रवात ओमान की तरफ बढ़ रहा है. आने वाले 24 से 48 घंटे में आसमान खुलना शुरू हो जाएगा और बादल हटने के बाद तापमान गिरने से धीरे-धीरे ठंडक बढ़ेगी.
Intro:देर रात हुई बारिश ने कुछ ही घंटों में कर दी 76 मिलीमीटर बरसात


भोपाल | दीपावली पर मौसम के बिगड़े मिजाज ने शहर वासियों को चौंका दिया है शहर में रविवार सुबह से बादल छाए रहे तो यही सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा 2 दिनों तक हो रही रुक रुक के बारिश में अपने अंदाज़ को सोमवार देर रात बदल लिया और तेज रफ्तार में हुई इस बारिश ने शहर को पानी से तरबतर कर दिया स्थिति यह हो गई कि मात्र 3 घंटे की इस तेज बारिश में 3 इंच के करीब बारिश दर्ज की गई गोवर्धन पूजा के दिन इतनी बारिश दो दशकों के बाद देखने को मिली है देर शाम से ही 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का दौर चलता रहा उसके बाद तूफानी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ इस तूफानी बारिश की वजह से राजधानी के कई क्षेत्र बिजली गुल हो जाने से अंधेरे में डूबे रहे .

मौसम विभाग के अनुसार एक-दो दिन में मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा हालांकि मंगलवार सुबह से ही मौसम काफी साफ नजर आने लगा है और सूर्य का आगमन भी दिखाई दे रहा है आसमान में नीले बादलों का डेरा इस बात का संकेत दे रहा है कि जो बारिश का दौर आया था शायद वह अब दूसरी ओर चला गया है .


Body: मौसम विभाग के अनुसार रविवार से सोमवार सुबह तक 8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है वहीं सोमवार 5:30 बजे से रात 12:00 बजे तक 76 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है इसके बाद भी बरसात जारी थी संभवत दिवाली पर ऐसी बारिश पहली बार ही देखने को मिली है मौसम विभाग का मानना है कि क्यार तूफान के असर से मौसम का यह मिजाज बिगड़ा है यह चक्रवात अभी ताकतवर बना हुआ है जिसका असर बूंदाबांदी के रूप में दिखाई दे रहा है लेकिन अब यह चक्रवात ओमान की तरफ बढ़ रहा है आने वाले 24 से 48 घंटे में आसमान खुला शुरू हो जाएगा और बादल हटने के बाद तापमान गिरने से धीरे-धीरे ठंडक बढ़ेगी .


Conclusion: बता दें कि वर्ष 2010 में अक्टूबर महीने में 50.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई थी तो वहीं वर्ष 2011 में यह आंकड़ा 0 में था वर्ष 2012 में भी बारिश दर्ज नहीं की गई थी वर्ष 2013 में 26.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी वर्ष 2014 में 12.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी वर्ष 2015 में 3.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी वहीं वर्ष 2016 में 76.9 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गई थी वर्ष 2017 में बारिश नहीं हुई थी वर्ष 2018 में 12.9 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गई थी लेकिन अब वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में 133.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है यदि एक-दो दिन और बारिश होती है तो यह आंकड़ा थोड़ा बढ़ सकता है .

मौसम विभाग के मुताबिक वर्ष 1985 में अक्टूबर में 230 मिलीमीटर बारिश हुई थी प्रदेश के इतिहास में बारिश का यही अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा बताया गया है .
Last Updated : Oct 29, 2019, 10:00 AM IST
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