भोपाल। आज प्रेस दिवस है.विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था, जिसे प्रेस दिवस के रूप में जाना जाता है.
प्रेस दिवस को लेकर पत्रकारों में भी खासा उत्साह रहता है. करीब 5 दशक से पत्रकारिता कर रहे शिव अनुराग पटेरिया का कहना है कि पत्रकारिता जिस धर्म के साथ शुरू हुआ था,धीरे-धीरे पत्रकारिता का भी धर्म बदलता गया.और देश में आजादी के समय में उत्प्रेरक भाव से पत्रकारिता का उदय हुआ था, और समाज सेवा के साथ-साथ आजादी के भाव के साथ पत्रकारिता देश में शुरू हुई थी.
इसके साथ ही कहा कि मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस के दौरान पत्रकारिता कर रहे उन पत्रकार साथियों का जो अपने स्वास्थ्य की समस्याओं के साथ पत्रकारिता कर रहे हैं, लेकिन उन्हें विश्वास है कि वो इस समस्या से जल्द ही जीत लेंगे.ऐसी उम्मीद जताई है कि हम सब मिलकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ खबर पालिका के माध्यम से देश दुनिया में हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे.