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स्कूली बच्चों ने चलाया "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" अभियान, पर्यावरण बचाने की अपील - bhopal news

भोपाल के स्कूली छात्र "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" अभियान चला रहे हैं, जिसके चलते हर शुक्रवार को छात्र भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाते हैं और पोस्टर के जरिेए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रहे हैं.

स्कूली बच्चों ने चलाया "फ्राइडे फॉर फ्यूचर"अभियान
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Published : Nov 23, 2019, 2:01 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 2:38 PM IST

भोपाल। पूरे देश में पर्यावरण प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनी हुई है. जिसके चलते राजधानी में पर्यावरण को सुधारने का जिम्मा स्कूली बच्चों ने उठाया है. ये बच्चे हर शुक्रवार को शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर पोस्टर और बैनर के जरिए लोगों से पर्यावरण बचाने की अपील कर रहे हैं. इन्होंने अपने कैंपेन का नाम "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" रखा है.

स्कूली बच्चों ने चलाया "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" अभियान

स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थंबर्ग से हैं प्रेरित

यह बच्चे स्वीडन की पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग से प्रेरित है. वे हर शुक्रवार के दिन स्कूल से आने के बाद शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में पहुंचते हैं और लोगों को जागरूक करते हैं.

3 महीने पहले अकेले शुरू हुआ था यह अभियान

टीम के लीडर कुशाग्र ने यह अभियान तीन महीने पहले अकेले ही शुरू किया था, लेकिन उनकी अच्छी सोच के चलते आज उनके साथ कई छात्र जुड़ चुके हैं. कुशाग्र का कहना है कि अपने भविष्य के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि हमारा पर्यावरण अनमोल है और हम अपने फायदे के लिए इसे बर्बाद कर रहे हैं. हमें पेड़ों को काटने की बजाय इनका संरक्षण करना चाहिए.

कलेक्टर ने बढ़ाया हौसला

कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भी इन बच्चों का हौसला बढ़ाया और इनके कार्य को बहुत प्रशंसनीय बताया. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि जिला प्रशासन भी पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के कार्य में निरंतर लगा हुआ है. इन बच्चों की पहल अनुकरणीय है और शहर के हर निवासी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना होगा.

भोपाल। पूरे देश में पर्यावरण प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनी हुई है. जिसके चलते राजधानी में पर्यावरण को सुधारने का जिम्मा स्कूली बच्चों ने उठाया है. ये बच्चे हर शुक्रवार को शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर पोस्टर और बैनर के जरिए लोगों से पर्यावरण बचाने की अपील कर रहे हैं. इन्होंने अपने कैंपेन का नाम "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" रखा है.

स्कूली बच्चों ने चलाया "फ्राइडे फॉर फ्यूचर" अभियान

स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थंबर्ग से हैं प्रेरित

यह बच्चे स्वीडन की पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग से प्रेरित है. वे हर शुक्रवार के दिन स्कूल से आने के बाद शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में पहुंचते हैं और लोगों को जागरूक करते हैं.

3 महीने पहले अकेले शुरू हुआ था यह अभियान

टीम के लीडर कुशाग्र ने यह अभियान तीन महीने पहले अकेले ही शुरू किया था, लेकिन उनकी अच्छी सोच के चलते आज उनके साथ कई छात्र जुड़ चुके हैं. कुशाग्र का कहना है कि अपने भविष्य के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि हमारा पर्यावरण अनमोल है और हम अपने फायदे के लिए इसे बर्बाद कर रहे हैं. हमें पेड़ों को काटने की बजाय इनका संरक्षण करना चाहिए.

कलेक्टर ने बढ़ाया हौसला

कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भी इन बच्चों का हौसला बढ़ाया और इनके कार्य को बहुत प्रशंसनीय बताया. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि जिला प्रशासन भी पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के कार्य में निरंतर लगा हुआ है. इन बच्चों की पहल अनुकरणीय है और शहर के हर निवासी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना होगा.

Intro:#Friday_For_Future ग्रुप बनाकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का मैसेज दे रहे बच्चे।
भोपाल की गिरती एयर क्वालिटी से परेशान हैं बच्चे।
Body:भोपाल। देश की राजधानी दिल्ली मे बिगड़े पर्यावरण के हालातों के बाद भोपाल में पर्यावरण को सुधारने का जिम्मा स्कूली बच्चों ने उठाया है यह बच्चे हर शुक्रवार शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर पोस्टर और बैनर के जरिए लोगों से पर्यावरण बचाने की अपील करते हैं इनके कैंपेन का नाम #फ्राइडे फॉर फ्यूचर है यह बच्चे स्वीडन की पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग से प्रेरित है शुक्रवार के दिन स्कूल से आने के बाद घर पर बस्ता रखकर यह बच्चे सीधे शहर की उस जगह पर पहुंचते हैं जहां उन्हें ज्यादा से ज्यादा भीड़ मिले कभी बड़े तालाब के किनारे तो कभी न्यू मार्केट जैसा भीड़ भरा बाजार।
इन बच्चों का टीम लीडर कुशाग्र सतंकर है जो बाल भवन स्कूल में 11वीं कक्षा का स्टूडेंट है। कुशाग्र कहते हैं कि अपने भविष्य के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा। हमारा पर्यावरण अनमोल है और हम अपने फायदे के लिए इसे बर्बाद कर रहे है। हमे पेड़ों का संरक्षण करना होगा पेड़ों को काटा नहीं जाए पेड़ लगाए जाएं और उनकी देखभाल की जाए ऐसी वह अपील भी करते हैं।
कुशाग्र ने यह कैंपेन 3 महीने पहले अकेले ही शुरू किया था
आज उनके साथ उनके स्कूल के साथ ही अन्य कई स्कूलों के और कॉलेजों के बच्चे जुड़ गए हैं। पृथ्वी और पर्यावरण की चिंता करने वाले लोग लगातार इनके ग्रुप से जुड़ते जा रहे हैं।Conclusion:भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भी इन बच्चों का हौसला बढ़ाया और इनके कार्य को बहुत प्रशंसनीय बताया। उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि भोपाल जिला प्रशासन भी निरंतर पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के कार्य में लगा हुआ है। इन बच्चों की पहल अनुकरणीय है और शहर के हर नागरिक को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना होगा।
Last Updated : Nov 23, 2019, 2:38 PM IST
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