भोपाल। सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने सतपुड़ा भवन के बाकी मंजिलों पर लगने वाले विभागों का अवकाश घोषित कर दिया है. 13 जून को सतपुड़ा भवन में लगने वाले सभी कार्यालयों में अवकाश घोषित रहेगा, उधर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने संकेंतों में सतपुड़ा भवन में लगी आग को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि "सतपुड़ा भवन में लगी आग चिंता का विषय है, भगवान करें शीघ्र समाधान हों."
सतपुड़ा भवन में आग के बाद एक दिन का अवकाश: सतपुड़ा भवन में तीसरी मजिल से लेकर 6वीं मंजिल तक लगी भीषण आग पर काबू पाया जा चुका है, लेकिन अब एहतियातन सतपुड़ा भवन की बाकी मंजिलों में भी कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. पहले कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई, उसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने सतपुड़ा भवन की बाकी मंजिलों में लगने वाले विभागों के कार्यालयों में भी अवकाश घोषित कर दिया. सामान्य प्रशासन विभाग से जारी पत्र में कहा गया है कि "सतपुड़ा भवन में 12 जून को भीषण आग लगने के बाद 13 जून को सतपुड़ा कार्यालय में अवकाश घोषित किया जाता है."
-
सतपुड़ा भवन, भोपाल में लगी आग चिंता का विषय है, भगवान करे शीघ्र समाधान हो।
— Uma Bharti (@umasribharti) June 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">सतपुड़ा भवन, भोपाल में लगी आग चिंता का विषय है, भगवान करे शीघ्र समाधान हो।
— Uma Bharti (@umasribharti) June 13, 2023सतपुड़ा भवन, भोपाल में लगी आग चिंता का विषय है, भगवान करे शीघ्र समाधान हो।
— Uma Bharti (@umasribharti) June 13, 2023
सतपुड़ा की आग और उमा की चिंता: पूर्व सीएम उमा भारती ने सतपुड़ा की आग के मामले में ट्वीट कर इस आग पर सवाल खड़ा किया है. उमा भारती का ट्वीट बड़ा सादा सा है, लेकिन अर्थ गहरे. उन्होंने अपने 2 लाईन के ट्वीट में कहा है कि "सतपुड़ा भवन में लगी आग चिंता का विषय है भगवान करे शीघ्र समाधान हो."
सतपुड़ा की भीषण आग 16 घंटे में हो पाई काबू: सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल से लेकर छठवी मंजिल तक चार फ्लोर पर सोमवार शाम को भीषण आग लगी थी. 16 घंटे इस आग को बुझाने में लगे. और इस आग में इन चार मंजिलों के अलग-अलग कार्यालयों में रखे कुर्सी-टेबल, फाईलें सबकुछ जलरक राख हो गया. आग इतनी बेकाबू थी कि इसे काबू में करने सेना के साथ एयरपोर्ट अथारिटी भेल की फायर ब्रिग्रेड और सीआईएसफ की सहायता लेनी पड़ी थी.