भोपाल। खरीफ की फसल के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने किसानों के लिए अल्पकालीन फसल ऋण की व्यवस्था का ऐलान किया है. इस व्यवस्था के तहत किसानों को 0 प्रतिशत पर अल्पकालीन ऋण दिया जाएगा. इस व्यवस्था को लेकर जहां शिवराज सरकार अपनी वाहवाही कर रही है. वहीं इस पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा है कि किसानों को कर्ज की घोषणा कर वाहवाही लूट रही सरकार को हम तब मानें, जब सरकार किसानों का कर्ज माफ करे, कर्ज की घोषणा कर वाहवाही लूटना ठीक नहीं है.
कांग्रेस विधायक और कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि प्रदेश का किसान पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ है और कर्ज का ऐलान कर सरकार की कोशिश है कि किसान कर्ज में ही पैदा हो और कर्ज में ही मर जाए. हमारी सरकार ने लगभग 22 लाख किसानों का कर्जा माफ किया. पहली किस्त में 50 हजार तक का कर्जा माफ किया गया, दूसरी किस्त में हमने एक लाख तक की किसानों का कर्जा माफ किया. हम तो किसान को कर्ज से मुक्ति दिलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा भाजपा किसान को कर्ज में डुबो कर मारना चाहती हैं. भाजपा की संस्कृति किस तरह की है, जो किसान के साथ ऐसा कर रहे हैं. कर्ज माफ करके बताओ, तो असली बात होगी.
किसानों के कर्ज को लेकर उपचुनाव के कारण जमकर सियासत चल रही है. सिंधिया की बगावत के कारण अस्तित्व में आई शिवराज सरकार कांग्रेस की कर्ज माफी को किसानों के साथ धोखा बता रही है. वहीं शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल इसे पाप बता रहे हैं. दूसरी तरफ शिवराज सरकार ने किसानों के लिए अल्पकालीन फसल ऋण का ऐलान किया है. यह फसल ऋण 0% ब्याज पर दिया जाएगा. जिसको लेकर शिवराज सरकार अपनी वाहवाही कर रही है.