भोपाल| बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर ने हेमंत करकरे को शहीद मानने से इंकार कर दिया था, इसलिए राजनीतिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने चुनाव आयोग में प्रज्ञा ठाकुर की शिकायत की है. उन्होंने साध्वी के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की थी, हालांकि इस मांग को आयोग ने खारिज कर दिया है.
आयोग ने जवाब दिया है कि वह अभी तक किसी भी मामले में दोषी करार नहीं की गई हैं, इसलिए उनकी उम्मीदवारी पर रोक नहीं लगाई जा सकती है. निर्वाचन आयोग के अनुसार दोषी साबित होने पर ही उम्मीदवारी पर रोक लगाने का प्रावधान है. आरोपी होने पर चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई जा सकती है. साध्वी प्रज्ञा सिंह ने हेमंत करकरे के मामले में साफ-साफ कह दिया कि वो शहीद नहीं हुए हैं. हेमंत करकरे को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें जो भी बोलना था वह पहले ही बोल चुकी हैं और उन्होंने जो भी कहा है वो सच है.
हालांकि इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर कुछ भी ज्यादा बोलने से बचती नजर आईं. उन्होंने कहा कि ये धर्म युद्ध है और इसमें निश्चित रूप से पापियों का विनाश होता है. उनका कहना कि धर्मयुद्ध में सत्य की ही जीत होगी.