भोपाल। स्तनपान पर विवादित बयान देने वाले महिला बाल विकास के एसीएस अशोक शाह अपने बयान पर अभी भी कायम है. उनका कहना है कि उन्होंने जो आंकड़े दिए थे,जो बात कही थी वह आंकड़ों के आधार पर कही थी (record spoke on basis of fact). यह सब साइट पर मौजूद है. कोई भी जाकर देख सकता है. आरोप लगाने वालों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा है कि बिना समझे कुछ भी नहीं कहना चाहिए.
जो कुछ कहा आंकड़ों के आधार पर बोलाः बेटियों के कुपोषण के मामले में माताओं द्वारा उन्हें कम दूध पिलाने जैसे बयान से घिरे मध्य प्रदेश के आईएएस और महिला एवं बाल विकास विभाग के एसीएस अशोक शाह, अपने बयान को लेकर फिर विवाद में घिर गए हैं. उन्होंने अपने पिछले बयान को सही ठहराया है. भोपाल में महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी के कार्यक्रम में पहुंचे अशोक शाह ने अपने कुछ दिन पहले दिए बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है वह आंकड़ों के आधार पर कहा है. (check record spoke on basis of facts)
यह था मामलाः दरअसल महिला एवं बाल विकास विभाग के लाड़ली लक्ष्मी योजना 2 के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में मंच पर अशोक शाह कुछ दिन पहले विवादित बात कही थी. इस कार्यक्रम में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक शाह ने मंच से अपने भाषण में कहा था कि पहले अपनी बेटियों को दूध पिलाने वाली माताओं की संख्या काफी कम थी, जो अब Ladli Laxmi Yojana प्रारंभ होने के कारण बढ़ गई है. उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा था कि सन 2005 में सिर्फ 15% माताएं ही अपनी बेटियों को दूध पिलाती थी और योजना के बाद से आज तक यह आंकड़ा 42% हो गया है. इस मामले पर कांग्रेस ने भी लगातार उनको घेरा और सवाल उठाया कि देश भर की माताओं को अपमानित करने वाले अशोक शाह को शर्म आनी चाहिए.