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कोरोना संकट से निपटने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना जरूरी- राज्यपाल - review meeting in raj bhavan bhopal

राज्यपाल लालजी टंडन ने कोरोना संकट से निपटने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है. राजभवन में आयोजित आयुष औषधियों के उत्पादन और वितरण व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने ये बात कही.

भोपाल
BHOPAL
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Published : Apr 17, 2020, 10:23 AM IST

भोपाल। प्रदेश में आयुष औषधियों के उत्पादन और वितरण व्यवस्था को लेकर राजभवन में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, इस बैठक में प्रमुख रूप से राज्यपाल लालजी टंडन भी उपस्थित रहे. अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि, कोरोना वायरस से बचाव और नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुष औषधियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. उन्होंने इसके उपचार के लिए शोध एवं अनुसंधान के प्रयासों पर विशेष बल दिया.

विंध्य वैली ने की 2 करोड़ 20 लाख रुपये की औषधियों की आपूर्ति

समीक्षा में आयुष औषधि उत्पादक विंध्य वैली के उत्पादन प्रबंधक बीएस पिल्लई ने बताया कि, आयुष औषधि उत्पादन कार्य प्रभावी तरीके से संचालित किया जा रहा है. संकट के इस दौर में 2 करोड़ 20 लाख रुपए मूल्य की आयुष औषधियों की आपूर्ति की गई है. वर्तमान में एक करोड़ रुपए मूल्य की औषधियों का भंडारण है. उन्होंने बताया कि, विंध्य वैली द्वारा 9 करोड़ रुपए मूल्य की औषधियों के आर्डर की आपूर्ति का कार्य किया जा रहा है.

प्रभारी उप संचालक आयुष डॉ राजीव मिश्रा ने बताया कि, आयुष द्वारा होम्योपैथी, यूनानी और आयुर्वेद की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं के 78 लाख किट्स का वितरण 3 मार्च से अभी तक किया है. पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा केंद्र सरकार के आयुष विभाग के निर्देशन में पारंपरिक औषधियों के शोध और अनुसंधान की कार्यवाही की जा रही है.

उन्होंने बताया कि, ग्रामीण अंचल में औषधि वितरण कार्य के परिणामों और प्रभावों का अध्ययन भी महाविद्यालय द्वारा कराया जा रहा है. साथ ही आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सुझावों के पोस्टर और पंपलेट भी प्रकाशित कराकर वितरित किए गए हैं.

भोपाल। प्रदेश में आयुष औषधियों के उत्पादन और वितरण व्यवस्था को लेकर राजभवन में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, इस बैठक में प्रमुख रूप से राज्यपाल लालजी टंडन भी उपस्थित रहे. अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि, कोरोना वायरस से बचाव और नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुष औषधियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. उन्होंने इसके उपचार के लिए शोध एवं अनुसंधान के प्रयासों पर विशेष बल दिया.

विंध्य वैली ने की 2 करोड़ 20 लाख रुपये की औषधियों की आपूर्ति

समीक्षा में आयुष औषधि उत्पादक विंध्य वैली के उत्पादन प्रबंधक बीएस पिल्लई ने बताया कि, आयुष औषधि उत्पादन कार्य प्रभावी तरीके से संचालित किया जा रहा है. संकट के इस दौर में 2 करोड़ 20 लाख रुपए मूल्य की आयुष औषधियों की आपूर्ति की गई है. वर्तमान में एक करोड़ रुपए मूल्य की औषधियों का भंडारण है. उन्होंने बताया कि, विंध्य वैली द्वारा 9 करोड़ रुपए मूल्य की औषधियों के आर्डर की आपूर्ति का कार्य किया जा रहा है.

प्रभारी उप संचालक आयुष डॉ राजीव मिश्रा ने बताया कि, आयुष द्वारा होम्योपैथी, यूनानी और आयुर्वेद की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं के 78 लाख किट्स का वितरण 3 मार्च से अभी तक किया है. पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा केंद्र सरकार के आयुष विभाग के निर्देशन में पारंपरिक औषधियों के शोध और अनुसंधान की कार्यवाही की जा रही है.

उन्होंने बताया कि, ग्रामीण अंचल में औषधि वितरण कार्य के परिणामों और प्रभावों का अध्ययन भी महाविद्यालय द्वारा कराया जा रहा है. साथ ही आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सुझावों के पोस्टर और पंपलेट भी प्रकाशित कराकर वितरित किए गए हैं.

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