भोपाल| मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उनमें से एक भोपाल भी है. जहां लोगों में संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए रामायण और हनुमान चालीसा का पाठ कराया जा रहा है. राजधानी के क्वारंटाइन सेंटरों में ऐसे लोगों को रखा गया है, जो संक्रमण का कारण बना सकते हैं या वे किसी दूसरे स्थान से लौटे हैं. वहीं कुछ ऐसे लोग भी क्वारंटाइन किए गए हैं, जिन्हें सर्दी, जुकाम और अन्य दूसरे तरह की समस्याएं हैं.
जनसंपर्क विभाग को सौंपी गई जिम्मेदारी
क्वारंटाइन सेंटरों में निवासरत लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए रामायण, हनुमान चालीसा के पाठ और भजन संध्या जैसे साधनों का सहारा लिया जा रहा है और ये जिम्मेदारी राज्य के जनसंपर्क विभाग को सौंपी गई है.
क्वारंटाइन सेंटर्स में दिखाई जा रही फिल्म
जनसंपर्क विभाग की ओर से बताया गया है कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन किए गए लोगों के लिए हनुमान चालीसा और रामायण का पाठ किया गया. पुलिस विश्राम स्थल में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए गुलशन गार्डन में आर्केस्ट्रा, हनुमान चालीसा, वहीं सजावट गार्डन और लैंडमार्क गार्डन में भजन संध्या, रामायण पाठ के आयोजन हर दिन किए जा रहे हैं. इन सेंटरों पर क्वारंटाइन किए गए लोगों को फिल्में भी दिखाई जा रही हैं.
हनुमान चालीसा से बढ़ रहा आत्मविश्वास
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस विषम परिस्थिति में लोगों के मन में हनुमान चालीस का दोहा 'नासे रोग हरे सब पीड़ा, जपत निरंतर हनुमंत वीरा' अर्थात रोग से मुक्ति दिलाने वाले हनुमान चालीसा का ये मंत्र संकटमोचन के रूप में लोगों में इस महामारी से जंग जीतने का मन में विश्वास और शक्ति प्रदान कर रहा है. कोरोना महामारी से जंग जीतने में इस तरह के आयोजन कारगर सिद्घ हो रहे हैं.