भोपाल। मासमू बच्ची की जान बचाने के लिए राप्तीसागर एक्सप्रेस को ललितपुर से भोपाल तक नॉनस्टॉप दौड़ाया गया. इस दौरान ट्रेन ललितपुर के बाद बीच में कहीं पर भी नहीं रुकी. ट्रेन सीधे भोपाल स्टेशन पर पहुंचने के बाद ही रुकी, जहां बच्ची को किडनैपर से बचा लिया गया.
ललितपुर से हुई किडनैप
मामला ललितपुर रेलवे स्टेशन का है. ललितपुर रेलवे स्टेशन पर एक 3 साल की मासूम बच्ची का अपहरण हो गया था. अपहरणकर्ता मासूम बच्ची को गोद में लेकर भोपाल की तरफ जा रही राप्तीसागर एक्सप्रेस में सवार हो गया. मामले का खुलासा उस समय हुआ जब लापता बच्ची की खोजबीन करते हुए परिजन ललितपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे.
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
परिजनों के शिकायत के बाद आरपीएफ ने सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया, तो बता चला की एक युवक बच्ची को गोद में लेकर ट्रेन में सवार हुआ है. जिस पर झांसी में आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने ऑपरेटिंग कंट्रोल भोपाल को पूरे मामले की सूचना दी. उन्होंने राप्तीसागर एक्सप्रेस को ललितपुर से लेकर भोपाल के बीच किसी भी स्टेशन पर न रोकने का अनुरोध किया और फिर ट्रेन को ललितपुर के बाद भोपाल में रोका गया.
सतर्क था भोपाल का अमला
गाड़ी के भोपाल पहुंचते ही आरपीएफ की सतर्कता से भोपाल रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया गया है. आरपीएफ निरीक्षक भोपाल स्टेशन निहाल सिंह ने सभी ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को पहले ही निर्देशित किया था कि गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस 8 बजकर 50 मिनट पर भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंचेगी, जिसके बाद सभी कर्मचारी सतर्क थे.
गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस 8 बजकर 50 मिनट पर भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर एक पहुंची. जैसे ही ट्रेन स्टेशन में पहुंची आरपीएफ स्टाफ ने गाड़ी की सघन चेकिंग की, इस दौरान S-2 कोच में एक व्यक्ति छोटी बच्ची को लेकर बैठा हुआ था व्यक्ति को कोच से उतारा गया और उससे बच्ची को बरामद कर लिया गया.
आरोपी जीआरपी को सुपुर्द
पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना खुद को संतोष कुमार पांडे आजादपुरा रिसाला मंदिर के पास, ललितपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया तथा बच्ची का नाम काव्या उम्र 3 वर्ष बताया. आगे पूछने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया और बच्ची के परिजनों को सूचित किया गया.