भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद सियासत तेज हो गई है. रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि भोपाल में स्थित ईदगाह का नाम गुरु नानक टेकरी कर देना चाहिए. वहीं प्रोटेम स्पीकर के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस का कहना है कि रामेश्वर शर्मा स्पीकर बनने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं.अगर उनकी गुरु नानक देव में आस्था है, तो ईदगाह पर उनके नाम का विशाल संस्थान या अस्पताल बनवाना चाहिए.
भोपाल ईदगाह हिल्स का नाम किया जाए गुरु नानक देव टेकरी
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा विधानसभा के विधायक विश्राम गृह परिसर में विधान सभा सचिवालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए स्टॉफ क्वार्टर बनाए जा रहे हैं. जिसका प्रोटेम स्पीकर भूमि पूजन करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि 500 साल पहले कोई बताए कि ईदगाह में किसका मकान था, 500 साल पहले नहीं था.
'लव जिहाद कानून' में 10 साल की सजा का प्रवाधान हो- प्रोटेम स्पीकर
सत्य को करें स्वीकार
जब गुरु नानक देव भारत भ्रमण पर निकले थे तो भोपालवासियों और राजा भोज के नगर का परम सौभाग्य है कि गुरु नानक जैसे महापुरुष भारत भ्रमण के दौरान भोपाल में पधारे थे. रामेश्वर शर्मा ने कहा कि भोपाल में उनकी चरण गिरी थी. इसलिए ईदगाह को गुरुनानक टेकरी के नाम से पुकारा जाए. ईदगाह बाद में बनी होगी, पहले तो गुरु नानक टेकरी बनी थी. सत्य को स्वीकार करो.
स्पीकर बनने के लिए रामेश्वर शर्मा दे रहे इस तरह के बयान
वहीं प्रोटेम स्पीकर के इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि प्रोटेम स्पीकर अत्यंत कुशाग्र बुद्धि के हैं, बहुत ही विद्वान हैं. वह अच्छी तरह से जानते हैं कि स्पीकर बने रहने के लिए इस तरह के बयान देना जरूरी है, इसी काम में वे लगे हुए हैं. भाजपा पूरे देश में नाम बदल योजना के अलावा क्या कर रही है. योजनाओं के नाम बदलकर कांग्रेस की योजनाएं चला रही है. जगह-जगह नाम बदलकर लोगों को मानसिक रूप से परेशान कर रही है. इसके अलावा कोई काम नहीं कर रही है.
योग्यता है तो गुरू नानक के नाम पर विशाल संस्थान बनाएं
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि अगर रामेश्वर शर्मा के अंदर क्षमता और योग्यता है, तो भगवान गुरु नानक के नाम पर कोई विशाल संस्थान या कोई अस्पताल बनाएं. इसके लिए अपनी सरकार को प्रेरित करें. जनता को इस तरह के उकसाने का काम नहीं करें, वह इस पद पर बने रहेंगे. क्योंकि उनसे योग्यतम व्यक्ति बीजेपी में बचा नहीं हैं. तो उसके लिए मेहनत करने की आवश्यकता नहीं है.