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बदहाल अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी नोटबंदी के दूरगामी परिणाम : राजमणि पटेल - राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल

नोटबंदी के 3 साल पूरे होने पर राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है.

राजमणि पटेल ने साधा निशाना
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Published : Nov 8, 2019, 5:37 PM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:30 PM IST

भोपाल। नोटबंदी को आज तीन साल पूरे हो गए हैं. 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 500 और 1 हजार के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. जिसके बाद पूरे देश में पीएम मोदी के इस फैसले का जमकर विरोध हुआ था. नोटबंदी को लेकर राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि नोटबंदी के समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना फैसला जायज ठहराने के लिए बड़े-बड़े तर्क दिए थे. लेकिन उनके तमाम तर्क गलत साबित हुए हैं. आज देश की अर्थव्यवस्था बदहाली पर पहुंच गई है, बेरोजगारी चरम पर है और छोटे व्यवसाय ठप हो गए हैं.

राजमणि पटेल ने साधा निशाना

राजमणि पटेल का कहना है कि मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला सारी दुनिया में इस तरह दिखाया था कि नोटबंदी सभी समस्याओं का निदान है. नोटबंदी के समय कितने लोगों की जानें गई और देश का कितना नुकसान हुआ, वो सबके सामने हैं. लेकिन पीएम ने नोटबंदी के समय तर्क दिया गया था कि बेपटरी हो रहे छोटे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बेरोजगारी खत्म होगी.

राजमणि पटेल का कहना है कि आज नोटबंदी के 3 साल पूरे होने के बाद असली चेहरा सामने आ गया है, कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ. नोटबंदी के दूरगामी परिणाम भी सामने हैं, ना तो आतंकवाद की कमर टूटी, ना बेरोजगारी खत्म हुई. उन्होंने ये भी कहा कि आम जनता सब समझने लगी है.

भोपाल। नोटबंदी को आज तीन साल पूरे हो गए हैं. 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 500 और 1 हजार के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. जिसके बाद पूरे देश में पीएम मोदी के इस फैसले का जमकर विरोध हुआ था. नोटबंदी को लेकर राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि नोटबंदी के समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना फैसला जायज ठहराने के लिए बड़े-बड़े तर्क दिए थे. लेकिन उनके तमाम तर्क गलत साबित हुए हैं. आज देश की अर्थव्यवस्था बदहाली पर पहुंच गई है, बेरोजगारी चरम पर है और छोटे व्यवसाय ठप हो गए हैं.

राजमणि पटेल ने साधा निशाना

राजमणि पटेल का कहना है कि मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला सारी दुनिया में इस तरह दिखाया था कि नोटबंदी सभी समस्याओं का निदान है. नोटबंदी के समय कितने लोगों की जानें गई और देश का कितना नुकसान हुआ, वो सबके सामने हैं. लेकिन पीएम ने नोटबंदी के समय तर्क दिया गया था कि बेपटरी हो रहे छोटे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बेरोजगारी खत्म होगी.

राजमणि पटेल का कहना है कि आज नोटबंदी के 3 साल पूरे होने के बाद असली चेहरा सामने आ गया है, कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ. नोटबंदी के दूरगामी परिणाम भी सामने हैं, ना तो आतंकवाद की कमर टूटी, ना बेरोजगारी खत्म हुई. उन्होंने ये भी कहा कि आम जनता सब समझने लगी है.

Intro:भोपाल। आज ही के दिन 3 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोट बंदी का फैसला लिया था। नोटबंदी के फैसले का जमकर विरोध हुआ था। आम आदमी कतारों में लगा परेशान हुआ था। कई लोगों की कतार में लगे लगे मौत हो गई थी।छोटे-छोटे व्यवसाय और कारखाने ठप हो गए थे और आज भी नोट बंदी के दूरगामी असर नजर आ रहे हैं। राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने नोट बंदी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना फैसला जायज ठहराने के लिए बड़े-बड़े तर्क दिए थे।लेकिन उनके तमाम तर्क गलत साबित हुए हैं।आज देश की अर्थव्यवस्था बदहाली पर पहुंच गई है, बेरोजगारी चरम पर है और छोटे व्यवसाय ठप हो गए हैं।


Body:राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल का कहना है कि भाजपा की मोदी सरकार ने नोट बंदी का निर्णय सारी दुनिया में इस तरह प्रतिपादित किया था कि नोटबंदी ही समय सभी समस्याओं का निदान है। नोटबंदी के समय कितने लोगों की जानें गई और देश का कितना नुकसान हुआ, वह सबके सामने हैं। लेकिन नोटबंदी के समय तर्क दिया गया था कि नोटबंदी से काला धन सफेद होगा, हमारी खजाने से जुड़ेगा। बेपटरी हो रहे छोटे व्यापार व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा, बेरोजगारी खत्म हो जाएगी।नोटबंदी के माध्यम से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

आज नोटबंदी के 3 साल पूरे होने के बाद असली चेहरा सामने आ गया है कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ। नोटबंदी के कारण लोग परेशान हुए लोगों को कतार में खड़ा होना पड़ा। आज इसके दूरगामी परिणाम भी सामने हैं। ना तो आतंकवाद की कमर टूटी, ना बेरोजगारी समाप्त हुई। छोटे व्यापार बढ़ने की जगह खत्म हो गए,अर्थव्यवस्था ठीक हुई। आज अर्थव्यवस्था बदहाली की हालत में है,यह नोट बंदी ने दिया है। आम जनता सब समझने लगी है।


Conclusion:
Last Updated : Nov 8, 2019, 7:30 PM IST
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