भोपाल। एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रदेश के लाखों मजदूरों की सकुशल वापसी का दावा कर रहे हैं. दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल को अपने इलाके के मजदूरों की वापसी के लिए फिल्म एक्टर सोनू सूद से मदद मांगनी पड़ रही है. सोशल मीडिया पर सोनू सूद और पूर्व मंत्री की बातचीत वायरल होने के बाद कांग्रेस, शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर तंज कसा है. अरूण यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के झूठे वादे की पोल पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने खोल दी है. जब एक पूर्व मंत्री को भाजपा सरकार पर भरोसा नहीं रहा या भाजपा सरकार के बोलने के बाद भी प्रवासी मजदूरों की ओर ध्यान नहीं दिया. तब जाकर राजेन्द्र शुक्ल को सोनू सूद की मदद लेनी पड़ी.
पूर्व मंत्री और विधायक राजेंद्र शुक्ल ने एक जून को फिल्म एक्टर सोनू सूद को ट्वीट करते हुए एक मजदूरों की सूची साझा की थी और रीवा और सतना के मजदूरों की वापसी के लिए मदद मांगी थी. उन्होंने यह सूची रीवा कलेक्टर को भी ट्वीट की थी. राजेंद्र शुक्ल ने ट्वीट कर कहा था कि 'सोनू सूद जी ये रीवा-सतना के निवासी हैं, जो कई दिनों से मुंबई में फंसे हुए हैं अभी तक वापस नहीं पहुंच पाए हैं. कृपया इनको वापस लाने मे हमारी मदद् करें.'
राजेंद्र शुल्क के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए सोनू सूद ने कहा कि 'सर अब कोई भी कहीं नहीं फंसेगा. आपके प्रवासी भाई कल आपके पास भेज देंगे सर. कभी MP आया तो पोहा ज़रूर खिलाना'. इसके बाद शुक्ल ने भी रिप्लाई किया, जिसमें उन्होंने कहा कि 'सोनू सूद जी, विन्ध्य की पावन भूमि में आपका हमेशा स्वागत है. मुम्बई में अभी बचे हुए 168 में से करीब 55 लोगों को भिजवा दिया गया है, करीब 113 लोग बचे हुए हैं. जिन्हें सकुशलता से भिजवाने के लिए मैं आपको अग्रिम धन्यवाद व भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं.
इसी को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने राजेंद्र शुक्ल के ट्विटर पर सोनू सूद से मजदूरों को भेजने के आग्रह वाले ट्वीट पर शिवराज सिंह को घेरा है. अरूण यादव ने ट्वीट कर कहा है कि शिवराज जी देख लीजिए, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान रीवा से भाजपा विधायक को आपकी सरकार पर भरोसा नहीं रहा तो उन्हें मुंबई में फंसे प्रवासी मज़दूरों के लिए मजबूरी में एक्टर सोनू सूद से मदद लेना पड़ रही है. राजेंद्र शुक्ल सत्ताधारी दल के विधायक और पूर्व मंत्री होने के बावजूद मजदूरों की वापसी के लिए सोनू सूद से मदद मांग रहे हैं ,जिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इस मामले में शिवराज सरकार जहां घिरी हुई नजर आ रही है, तो वहीं इसे राजेंद्र शुक्ल की नाराजगी के तौर पर भी देखा जा रहा है.