भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इन दिनों कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. पिछले दिनों मंदसौर में शिवराज सिंह ने वहां की जनता से बिजली के बिल नहीं भरने की अपील की थी. पूर्व मुख्यमंत्री की इस अपील के बाद सियासत तेज हो गई है. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान को पिछले 8-9 महीने से कुछ हो गया है. जब से उनकी पावर गई है, तब से वह पावर पीड़ित हो गए हैं.
जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने कहा कि बिजली के बिल का जवाब मुख्यमंत्री ने मंदसौर में दिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से जनता को बिल नहीं भरने के लिए उकसाना गैरकानूनी है. इसमें एक चीज बड़ी स्पष्ट है कि बिजली के बिल में जो समस्या आई है, उसे शिवराज सिंह ने खड़ा किया है. चुनाव के ठीक पहले चुनाव जीतने के लिए उन्होंने कहा था कि बिजली के पूरे बिल माफ. सिर्फ 200 रूपये लगेंगे और 200 रूपये के कुछ बिल भी जारी कर दिए. लेकिन इसके लिए बजट की व्यवस्था शिवराज सिंह ने नहीं की.
मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि शिवराज ने चुनाव के समय 22 हजार 385 घोषणाए की थी. उन्होंने सोचा था कि सरकार बन जाएगी. लेकिन यह 86वीं घोषणा फेल हो गई और अभी यह भार मध्य प्रदेश सरकार पर आ गया है. शिवराज सिंह को गरीब जनता का बिल वहां से भरवाना चाहिए, जो उन्होंने 15 साल में कमाया है.
मामले में बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि बिजली संकट बड़ा है. बिजली के बिल किसी गरीब आदमी के यहां इतने आने लगे कि साल भर भी आमदनी न हो. सरकार को संवेदनशीलता के साथ विचार कर समाधान करना चाहिए. अगर गरीब बिजली के बिल चुकाएंगे तो उनके टपरे तक बिक जायेंगे.