भोपाल | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यों में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि सामूहिकता में शक्ति होती है, कोरोना वायरस को युद्ध से भी बड़ा संकट मानकर सभी राज्य पूरी क्षमता से इसका मुकाबला करें. प्रधानमंत्री ने कहा कि लड़ाई दरअसल अब शुरू हो रही है. इसके लिए सभी राज्यों को तैयार रहना चाहिए. वहीं उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सुझावों का स्वागत करते हुए कोरोना के नियंत्रण के लिए उठाए गए प्रदेश सरकार के कदमों की प्रशंसा की.
नवाचार और पीपीई किट बनाने की पहल सराहनीय
मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में निर्मित पीपीई किट्स को डीआरडीओ की प्रयोगशाला द्वारा मान्य किया गया है. इस सैम्पल के मान्य होने के बाद अब इसकी संख्या दोगुनी की जा सकेगी. शिवराज सिंह ने बताया कि कोरोना युद्ध में लड़ने वाले नर्स, आशा कार्यकर्ता, उषा कार्यकर्ता, सफाई कर्मी, नगरीय निकायों के स्टाफ और पुलिस जवानों के लिए ये पीपीई किट्स बेहद उपयोगी होंगी. इसके अलावा प्रदेश में हैंडमेड मास्क के प्रयोग और ग्रामीण अंचलों में 3 लेयर वाले गमछे से भी वायरस से बचाव संभव है, जिसका उपयोग हो रहा है.प्रदेश सरकार के इस प्रयास की प्रधानमंत्री ने सराहना की है.
तेजी से हो रही है कोरोना की जांच-शिवराज
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि चिकित्सकों की टीम लगातार काम कर रही है. जो व्यक्ति संक्रमण की बॉर्डर लाइन पर आएं, उनका मेडिकल चैकअप कर उन्हें आइसोलेशन में रखा जाता है. संक्रमण की टेस्टिंग की प्रयोगशाला के माध्यम से व्यवस्था की गई है. एक अन्य लैब भी शुरू हो रही है, जिससे राज्य में 480 टेस्टिंग कैपीसिटी विकसित हो जाएगी.
लॉकडाउन का किया जा रहा पालन
राज्य-स्तरीय और जिला-स्तरीय नियंत्रण कक्ष कार्य कर रहे हैं. आवश्यकतानुसार ड्रोन का उपयोग भी किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया गया है. आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने के लिए वाहनों को अनुमति दी गई है. श्रमिकों को भोजन और रहवास के लिए हर जिले में मदद की गई है.
वैकल्पिक चिकित्सा का उपयोग
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि वैकल्पिक चिकित्सा के तौर पर मध्यप्रदेश में लोगों को आयुष की दवा भी दी जा रही है. करीब 6 लाख लोगों को इसका डोज़ दिया जा चुका है. इसके साथ, ही शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए 17 लाख 50 हजार लोगों को होम्योपैथी की दवा भी दी गई है.
लगातार किया जा रहा है क्वॉरेंटाइन
मुख्यमंत्री ने बताया कि तबलीगी जमात में शामिल होकर मध्यप्रदेश लौटे व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन में रखने की कार्रवाई की गई है. मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश में 31 हजार व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. इनमें से 16 हजार की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी हो गई है. होटलों और मैरिज गार्डन को क्वॉरेंटाइन स्थल में तब्दील किया गया है. चिन्हित लोगों को सर्विलेंस में दिया गया है.
कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वयंसेवी संगठनों और जनप्रतिनिधियों की कोर कमेटी भी तैयार की गई है.कोरोना से निपटने के लिए जन अभियान परिषद को सक्रिय किया जा रहा है. एनसीसी और एनएसएस के कार्यकर्ताओं के साथ ही ग्राम स्तर तक सेवाभावी व्यक्तियों के सहयोग से एक मजबूत तंत्र खड़ा किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को विश्वास दिलाया कि इंदौर के साथ ही मध्यप्रदेश में जनसहयोग से कोरोना पर नियंत्रण पाने में हम सफल हो जायेंगे .