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सीएम कमलनाथ ने गोवंश की रक्षा के लिए अहम फैसला, दुर्घटना से होने वाली मौतों पर लगेगी रोक

बरसात के समय वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले गोवंश को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जताई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से व इससे होने वाली वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों को एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए है.

सीएम कमलनाथ ने गोवंश की रक्षा के लिए अहम फैसला
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Published : Aug 14, 2019, 3:21 PM IST

भोपाल। गोवंश की सुरक्षा के लिए आश्रय स्थल व गोशालाओं का निर्माण तो प्रदेश सरकार करा रही है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 हजार गौशालाएं बनाने का निर्णय लिया है. वहीं बरसात के समय भी गोवंश वाहन दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है. जिसके लिए अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जताई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से व इससे होने वाली वाहन दुर्घटनाओं को रोकने अधिकारियों को एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बरसात के इस मौसम में खेतों में पानी होने से व मिट्टी गीली होने से गोवंश बड़ी संख्या में सड़कों पर आकर बैठता है, जिसके कारण बरसात के इस मौसम में कई गौमाता वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होती हैं, कई घायल हो जाती हैं, कइयों की मृत्यु तक हो जाती है और इन दुर्घटनाओं में जान माल की हानि भी होती है. मुख्यमंत्री ने कहना है कि यह काम काफी मुश्किल व चुनौती भरा है, लेकिन यदि इसे लागू कर पाये तो गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से यह एक बड़ा क़दम होगा.

सीएम कमलनाथ ने गोवंश की रक्षा के लिए अहम फैसला

जितने भी प्रदेश के प्रमुख मार्ग हैं, जहां पर वाहन तेज गति से दौड़ते हैं, उन पर बरसात के इस मौसम में, गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से उनका सड़कों पर बैठना रोका जा सके. जिससे इन दुर्घटनाओं को टाला जा सके और गोवंश की सुरक्षा भी हो सके. भले इस कार्ययोजना को इस बरसात के मौसम में अमलीजामा नहीं पहना पाये, लेकिन भविष्य में इसे मूर्त रूप जरूर दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि गौवंश की रक्षा-सुरक्षा के लिए हमें ग्राम पंचायत स्तर तक भी कार्ययोजना बनाना पड़े तो भी बनायी जाये. पालतू पशुओं को लेकर जवाबदारी तय की जाये. लावारिस होने पर उन्हें गौशालाएं में भेजने से लेकर, गांवों के भीतर ही ऐसे पक्के स्थान चिन्हित किये जाए, जहां पर बरसात के इस मौसम में गौमाता सुरक्षित बैठ सके. इससे सड़क मार्ग पर आकर वो वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होने से बच सके.

भोपाल। गोवंश की सुरक्षा के लिए आश्रय स्थल व गोशालाओं का निर्माण तो प्रदेश सरकार करा रही है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 हजार गौशालाएं बनाने का निर्णय लिया है. वहीं बरसात के समय भी गोवंश वाहन दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है. जिसके लिए अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जताई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से व इससे होने वाली वाहन दुर्घटनाओं को रोकने अधिकारियों को एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बरसात के इस मौसम में खेतों में पानी होने से व मिट्टी गीली होने से गोवंश बड़ी संख्या में सड़कों पर आकर बैठता है, जिसके कारण बरसात के इस मौसम में कई गौमाता वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होती हैं, कई घायल हो जाती हैं, कइयों की मृत्यु तक हो जाती है और इन दुर्घटनाओं में जान माल की हानि भी होती है. मुख्यमंत्री ने कहना है कि यह काम काफी मुश्किल व चुनौती भरा है, लेकिन यदि इसे लागू कर पाये तो गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से यह एक बड़ा क़दम होगा.

सीएम कमलनाथ ने गोवंश की रक्षा के लिए अहम फैसला

जितने भी प्रदेश के प्रमुख मार्ग हैं, जहां पर वाहन तेज गति से दौड़ते हैं, उन पर बरसात के इस मौसम में, गोवंश की सुरक्षा की दृष्टि से उनका सड़कों पर बैठना रोका जा सके. जिससे इन दुर्घटनाओं को टाला जा सके और गोवंश की सुरक्षा भी हो सके. भले इस कार्ययोजना को इस बरसात के मौसम में अमलीजामा नहीं पहना पाये, लेकिन भविष्य में इसे मूर्त रूप जरूर दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि गौवंश की रक्षा-सुरक्षा के लिए हमें ग्राम पंचायत स्तर तक भी कार्ययोजना बनाना पड़े तो भी बनायी जाये. पालतू पशुओं को लेकर जवाबदारी तय की जाये. लावारिस होने पर उन्हें गौशालाएं में भेजने से लेकर, गांवों के भीतर ही ऐसे पक्के स्थान चिन्हित किये जाए, जहां पर बरसात के इस मौसम में गौमाता सुरक्षित बैठ सके. इससे सड़क मार्ग पर आकर वो वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होने से बच सके.

Intro:भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि हमने अपने वादे के मुताबिक़ गौवंश की रक्षा को लेकर पहले 1000 गौशालाएँ बनाने का निर्णय लिया और अब बरसात के इस मौसम में गौवंश की सुरक्षा को लेकर मैं चिंतित हूँ। उन्होंने कहा कि
वर्षों से देखता आया हूँ कि बरसात के इस मौसम में खेतों में पानी होने से व मिट्टी गीली होने से गौवंश बड़ी संख्या में सड़कों पर आकर बैठता है, जिसके कारण बरसात के इस मौसम में कई गौमाताएँ वाहन दुर्घटनाओ का शिकार होती हैं , कई घायल हो जाती हैं,कईयो की मृत्यु तक हो जाती है और इन दुर्घटनाओं में जान माल की हानि भी होती है।मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि गौवंश की सुरक्षा की दृष्टि से व इससे होने वाली वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिये एक विस्तृत कार्ययोजना बनाये



Body:मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वेसे मेरा यह भी मानना है कि यह कार्य काफ़ी मुश्किल व चुनौती भरा है। लेकिन हम यदि इसे लागू कर पाये तो गौवंश की सुरक्षा की दृष्टि से यह एक बड़ा क़दम होगा।जितने भी प्रदेश के प्रमुख मार्ग है,जहाँ पर वाहन तेज गति से दौड़ते हैं,उन पर बरसात के इस मौसम में,गौवंश की सुरक्षा की दृष्टि से,उनका सड़कों पर बैठना रोका जा सके।जिससे इन दुर्घटनाओं को टाला जा सके और गौवंश की सुरक्षा भी हो सके।भले इस कार्ययोजना को हम इस बरसात के मौसम में अमलीजामा नहीं पहना पाये,लेकिन हमारा यह लक्ष्य रहे कि हम भविष्य में इसे मूर्त रूप ज़रूर दे सके।Conclusion:मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि गौवंश की रक्षा- सुरक्षा के लिए हमें ग्राम पंचायत स्तर तक भी कार्ययोजना बनाना पड़े तो भी बनायी जाये।पालतू पशुओं को लेकर जवाबदारी तय की जाये। लावारिस होने पर उन्हें गौशालाएँ में भेजने से लेकर ,गाँवो के भीतर ही ऐसे पक्के स्थान चिन्हित किये जावे,जहाँ पर बरसात के इस मौसम में गौमाता सुरक्षित बैठ सके,जिससे सड़क मार्ग पर आकर वो वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होने से बच सके।बड़ी संख्या में गौशालाओं के निर्माण होने के बाद तो इस तरह की घटनाओं में निश्चित ही कमी आयेगी लेकिन हम चाहते है कि गौवंश की रक्षा व सुरक्षा को लेकर हम जितने भी ठोस प्रयास कर सके , उसे ज़रूर करे।जो कार्य वर्षों से नहीं हो पाये है , हम उसे पूरा करना चाहते है।

बाइट - विकी खोंगल - प्रदेश प्रवक्ता, मप्र कांग्रेस
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