भोपाल। दमोह उपचुनाव का चुनावी पर्यटन कर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी आज राजधानी भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने कमांड सेंटर का जायजा लिया. इस दौरान मंत्री प्रभुराम चौधरी से जब कोरोना संक्रमण को लेकर सवाल किए गए, तो उनके पास कोई जवाब ही नहीं था. हर सवाल का एक ही जवाब दिए जा रहे थे कि सरकार ने सभी व्यवस्थाएं की है. किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री होने हुए भी नहीं है कोई जानकारी
मध्य प्रदेश के ज्यादातर अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के मामले सामने आ रहे हैं. रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत भी है, जिसके वीडियो जगजाहिर हैं. सोशल मीडिया पर डॉक्टर से लेकर मरीज और उनके परिजनों तक के वीडियो वायरल हो रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री को इसकी भनक तक नहीं है. जब स्वास्थ्य मंत्री से प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड और पूर्ति के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने आंकड़ों की कोई जानकारी नहीं दी. स्वास्थ्य मंत्री का एक ही जवाब था कि इंजेक्शन की कमी नहीं है. सभी अस्पतालों में पर्याप्त इंजेक्शन है, जबकि कई जिला अस्पतालों में आज भी इंजेक्शन नहीं पहुंचे हैं.
वहीं अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या के बारे में जब स्वास्थ्य मंत्री से पूछा गया, तब भी उन्होंने एक ही रटा-रटाया जवाब दिया कि बिस्तारों की कमी नहीं है. सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं. कोरोना संक्रमण से दम तोड़ रहे मरीजों के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार के पास सही आंकड़े हैं. कई मौतें कोरोना सस्पेक्ट के चलते हो रही हैं, जिन्हें भी कोविड मरीज समझा जा रहा है.
विदिशा पहुंचे मंत्री प्रभुराम चौधरी, कोविड केयर सेंटर का लिया जायजा
दमोह उपचुनाव पर्यटन से लौटे है प्रभु
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री दमोह चुनाव का पर्यटन कर लौटे हैं. एक तरफ जहां प्रदेश में हजारों की संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं, तो वहीं सैकड़ों लोग रोज अपनी जान गवा रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी संभाल रहे स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी पिछले कई दिनों से दमोह उपचुनाव को लेकर अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहे थे. चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद अब प्रभु को स्वास्थ्य विभाग की याद आई.
मध्य प्रदेश अजब है, सबसे गजब है. यह स्लोगन सच साबित होता दिखाई दे रहा है, क्योंकि पिछले साल जब मध्य प्रदेश में कोरोना ने दस्तक दी थी. उस समय स्वास्थ्य मंत्री बेंगलुरु में थे. वर्तमान में जब एक बार फिर महामारी ने भयानक रूप ले लिया है, तो वह दमोह उपचुनाव में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे.