भोपाल। आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ईवीएम का विरोध कर रही है. कमलनाथ के बंगले पर मंगलवार को हुई नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारी और सहित प्रभारियों की बैठक में यह मुद्दा जोर-शोर से उठा. वहीं कांग्रेस के ईवीएम को लेकर उठाए सवालों पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
कमलनाथ के आवास पर हुई बैठक में उठा था मामला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर मंगलवार को नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रभारी और सह प्रभारियों की बैठक हुई थी. इस बैठक में प्रभारी और से प्रभारियों ने ईवीएम में गड़बड़ी के मामले को जोर-शोर से उठाया था. बैठक में तय किया गया था कि ईवीएम का विरोध लगातार जारी रखेंगे. नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराए जाने को लेकर पहले ही कांग्रेस राज्य निर्वाचन आयोग से आपत्ति दर्ज कर चुकी है.
ईवीएम पर सबकी चिंता
पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि बैठक में ईवीएम का मसला उठा था, यह बात बड़ी गहराई से सामने आई है. बड़े दल जो भले विपक्ष में हैं,उन सब का चिंतन भी यही है. जब विकसित राष्ट्र अमेरिका और जापान,जर्मनी ईवीएम का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तब हम क्यों ईवीएम का उपयोग कर रहे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि भले ही कांग्रेस ईवीएम लाई थी, लेकिन उस समय इतनी परिष्कृत तकनीक नहीं थी. अब तो हैक करने की मशीनरी और तकनीक आ गई है. एकमात्र रामविलास पासवान थे, जो 5 लाख वोटों से जीते थे. अब तो 50 लोग पांच लाख वोटो से जीत रहे हैं,बड़ा आश्चर्यजनक है.
कांग्रेस की विकृत सोच
वहीं शिवराज सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि जब हारते हैं,तब कहते हैं ईवीएम खराब. दिग्विजय सिंह का ट्वीट देखा हार गए, तो ईवीएम खराब. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि केस हार गए तो अदालत खराब, पाकिस्तान में सेना घुस गई,तो सेना खराब, वैक्सीन बनाई तो वैज्ञानिक खराब. यह इनकी विकृत सोच है,इनको इटली वालों के अलावा कोई अच्छा नहीं लगता है.