भोपाल। कोरोना वायरस को लेकर पहले से ही तनावग्रस्त लोगों को सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले फेक मैसेज और परेशान कर रहे हैं. कई शरारती तत्व समाज में सनसनी और भय पैदा करने वाले फेक मैसेजेस वायरल करने से बाज नहीं आ रहे हैं. भोपाल डीआईजी इरशाद वली ने लोगों से मोबाइल पर आने वाली इस तरह के मैसेज फॉरवर्ड ना करने की अपील की है. साथ ही चेतावनी दी है कि यदि ऐसा कोई मैसेज वायरल किया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर लॉक डाउन की अवधि 30 अप्रैल तक करने का मैसेज वायरल हुआ था, जिसको लेकर केंद्र सरकार द्वारा स्पष्टीकरण जारी किया गया और कहा गया कि लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने का कोई विचार नहीं है. इसी तरह कुछ शरारती तत्वों द्वारा दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मरकज में शामिल मध्य प्रदेश और भोपाल के लोगों को लेकर फेक मैसेज वायरल किए जा रहे हैं. ऐसे मैसेज की जानकारी भोपाल पुलिस के अधिकारियों तक भी पहुंची है.
इसको लेकर पुलिस द्वारा कुछ लोगों को कड़ी चेतावनी दी गई है. भोपाल डीआईजी इरशाद वली के मुताबिक पूरे भोपाल में धारा 144 लगी हुई है. इसके अलावा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट भी लागू हो गया है. इसलिए मैसेज की बिना सत्यता की जांच की है. उसे फॉरवर्ड भी ना करें. इस तरह के मैसेज फॉरवर्ड कर कई बार लोग अनजाने में अफवाह फैलाने वालों में शामिल हो जाते हैं. भोपाल डीआईजी के मुताबिक भोपाल पुलिस द्वारा सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जा रही है. कुछ लोग जानबूझकर इस तरह के फर्जी मैसेज वायरल कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.भोपाल पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि तनाव के समय में सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले मैसेज पर यकीन कर उन्हें वायरल ना करें.