भोपाल। गांधी नगर पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने राजस्थान निवासी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह लोग राजधानी भोपाल के गांधी नगर क्षेत्र में रहते थे. फर्जी दस्तावेज तैयार कर आरोपियों ने निजी कंपनी की गाड़ियां फाइनेंस कराई. और फिर उन्हें लेकर रफूचक्कर हो गए. वहीं इस मामले में शोरूम संचालक के कहने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लग्जरी 3 फोर व्हीलर और एक टू व्हीलर गाड़ी बरामद की है.
- आरोपियों को राजस्थान से किया गिरफ्तार
मामले में दोनों आरोपी 3 महीने पहले ही राजस्थान के जेल से रिहा हुए थे. तभी से राजधानी भोपाल के गांधी नगर क्षेत्र में रह रहे थे. आरोपियों ने भोपाल आते ही पहले एक शोरूम से छोटी गाड़ी फाइनेंस के तौर पर खरीदी. जिसकी इन्होंने जल्दी से किश्त भी भर दी. शोरूम संचालक और वहां पर फाइनेंसर का भरोसा जीत लिया. उसके बाद इन्होंने 15 दिन के भीतर ही 3 गाड़ी फाइनेंस कराई. 7 लाख का चेक दिया. आरोपी गाड़ी लेकर फरार हो गए. पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन की. आपोरी किराए का कमरा खाली करके चले गए थे. फिर पुलिस ने इनकी पड़ताल की तो यह आरोपी राजस्थान के थे. जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से तीन फोर व्हीलर और एक टू व्हीलर गाड़ी बरामद की है.
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर व्यापारी से एक करोड़ की ठगी, आरोपी की तलाश जारी
- फर्जी दस्तावेज तैयार करने का तरीका
आरोपी गाड़ी फाइनेंस कराने के लिए दस्तावेजों को ऑनलाइन और फोटो कॉपी को स्कैन कर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे. इन्होंने अपने कई नाम रख रखे थे. जिसमें एक आरोपी का नाम बबलू सिंह राजपूत, रामदयाल मीणा और ओम प्रकाश था. वहीं दूसरे आरोपी का नाम इमरान खान, रामकेश गुर्जर, नरेश कुमार सैनी था. वहीं इस मामले में अभी एक आरोपी फरार है. जिसका नाम देवेंद्र राजपूत है जो बबलू राजपूत का लड़का है.