भोपाल। देश विरोधी गतिविधियों के मामले में पीएफआई के राज्य सरगना अब्दुल करीम, मोहम्मद खालिद, जावेद सहित करीबन 17 सदस्यों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किए गए इन सभी सदस्यों को भोपाल की सेंट्रल जेल में रखा गया है. माना जा रहा है कि प्रतिबंधित संगठन के कई और सदस्यों को अभी गिरफ्तार किया जा सकता है. यही वजह है कि भोपाल सेंट्रल जेल प्रबंधन की मुसीबत बढ़ रही है.
जेल में अभी सिमी के 24 आतंकी : भोपाल की सेंट्रल जेल में अभी सिमी के 24 आतंकी सजा काट रहे हैं. आतंकी संगठन जमात ए मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के एक साल भोपाल और दूसरे स्थानों से पकड़े गए 10 आतंकी भी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं. अक्टूबर 2016 में भोपाल की सेंट्रल जेल से सिमी के आतंकियों के भागने और बाद में उनके एनकाउंटर होने के बाद भोपाल जेल में अंडा सेल बनाई गई. इस अंडा सेल में 30 कमरे हैं, जहां 60 आतंकियों को रखा जा सकता है. जेल अधिकारियों की मानें तो सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिमी और जेएमबी आतंकियों के साथ पीएफआई के सदस्यों को नहीं रखा जा सकता. इन सदस्यों को एक साथ भी रखना ठीक नहीं होता. एक साथ रखने पर यह ग्रुपिंग कर सकते हैं.
जेल प्रबंधन ने भेजा प्रस्ताव : उधर, पीएफआई सदस्यों की संख्या को देखते हुए जेल प्रबंधन ने मुख्यालय को सुरक्षा सेल में बढोत्तरी का प्रस्ताव भेजा है. इसमें जेल मुख्यालय में सुरक्षा सेल की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है ताकि आतंकियों और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त कैदियों को सुरक्षित तरीके से रखा जा सके. गौरतलब है कि प्रदेश के किसी भी जिले में आतंकियों की गिरफ्तारी हुई हो, लेकिन उन्हें भोपाल की सेंट्रल जेल में ही रखा जाता है. (PFI members in Bhopal Central Jail) (Management problems increased) (Preparations new security cells)