भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार लगातार कब्जा और अतिक्रमण को लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के बाद अब कंप्यूटर बाबा के इंदौर स्थित आश्रम को तोड़ा गया है. इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है. पूर्व धर्मस्य मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार बदला लेने की भावना से कार्रवाई कर रही है.
पीसी शर्मा का कहना है, कंप्यूटर बाबा ने 28 विधानसभा सीटों पर सत्य और धर्म के लिए लड़ाई लड़ी. बीजेपी से संतों के जाने से बीजेपी का सफाया हो गया. जिस आश्रम पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई है वो वैध था. बीजेपी सरकार की कार्रवाई हताशा की कार्रवाई है. कांग्रेस सरकारी जमीन पर बने धर्मस्थल को पट्टा देने वाली थे, लेकिन बीजेपी ने सरकार उन्हें गिरा रही है. बीजेपी धर्म के नाम पर ढोंग करती हैं और धार्मिक लोगों को परेशान करती है.
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क्या है मामला
पूर्व राज्य मंत्री और साधु संत समाज के प्रदेश अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर बड़ी कार्रवाई की गई है. कंप्यूटर बाबा के गोमटगिरी स्थित आश्रम पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जिला प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर की है. बाबा पर 46 एकड़ गौशाला की जमीन पर कब्जे का आरोप है. कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने कंप्यूटर बाबा और उनके समर्थकों सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर इंदौर के सेंट्रल जेल भेज दिया है.
क्यों की गई कार्रवाई
इंदौर में रविवार को जिला प्रशासन ने ग्राम जमूडीह में नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा द्वारा किए गए अतिक्रमण पर कार्रवाई की है. कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में ADM अजय देव शर्मा और अन्य SDM तथा पुलिस अधिकारियों की टीम ने रविवार सुबह से अवैध निर्माण तोड़ रही है. ये कार्रवाई गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत चल रही है. प्रशासन का आरोप है कि कंप्यूटर बाबा ने गोशाला की जमीन पर अवैध कब्जा किया है.
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दो माह पहले दिया था नोटिस
अधिकारियों ने बताया कि दो माह पहले ही कंप्यूटर बाबा को इंदौर नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण के संबंध में एक नोटिस जारी किया था. उसी नोटिस पर आज इंदौर नगर निगम और जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर बाबा के आश्रम गोमटगिरी पर बने अवैध अतिक्रमण को नेस्तनाबूद कर दिया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और निगम के अधिकारी भी मौजूद थे. जेसीबी मशीनों के माध्यम से जितना भी अवैध अतिक्रमण था उसे तोड़ दिया गया.
दोनों सरकारों ने दिया मंत्री का दर्जा
कंप्यूटर बाबा को 2018 में तत्कालीन शिवराज सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस का साथ दिया. उन्होंने शिवराज सरकार से इस्तीफा देने के बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार भी किया था. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कमलनाथ सरकार में भी कंप्यूटर बाबा को मंत्री का दर्जा दिया था.
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लोकतंत्र बचाओ यात्रा
कंप्यूटर बाबा ने उपचुनाव में कांग्रेस के समर्थन में 28 विधानसभा सीटों पर लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाली थी. एक-एक विधानसभा में कंप्यूटर बाबा संतों के साथ पहुंच रहे थे और कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे थे. चुनाव होने के तुरंत बाद जिस तरीके से कार्रवाई की गई है, उसको लेकर कांग्रेस सवाल उठा रही है. इसी कारण कांग्रेस भी खुल कर कार्रवाई के विरोध में सवाल खड़े कर रही है.