भोपाल। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने दावा किया है कि शुक्रवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव के चौंकाने वाले परिणाम आएंगे. उन्होंने कहा है कि हमारी तैयारी पूरी है और हम अन्य दलों के विधायकों के संपर्क में हैं. उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष किया है कि, बीजेपी डरी और सहमी हुई है. तभी उसके दो केंद्रीय मंत्री और एक पर्यवेक्षक भोपाल में डेरा डाले हुए हैं और उन्हें बार-बार बैठक करनी पड़ रही है. जबकि उनकी मध्य प्रदेश में सरकार है.
पीसी शर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने कमलनाथ की चलती हुई सरकार गिराई थी. इनकी नजर इस पर भी थी कि राज्यसभा की 2 सीट मिले. जिसके लिए बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त और लंबा लेनदेन हुआ. उसके बाद भी आज आश्वस्त नहीं हैं. इसलिए दो-दो केंद्रीय मंत्री, एक केंद्रीय पर्यवेक्षक और एक नहीं दो-दो बैठकें की हैं. अगर इनके पास विधायक की संख्या पर्याप्त है तो दो-दो केंद्रीय मंत्री और पर्यवेक्षक की क्या जरूरत है. इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं बीजेपी डरी हुई है. इसीलिए मैं कह रहा हूं कि चौंकाने वाले परिणाम आएंगे.
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा का कहना है कि चुनाव की तैयारी पूरी हो गई है. हमारी बैठक में जो 4 से 5 विधायक नहीं आए थे. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सूचना दे दी थी. आज की मीटिंग में सब उपस्थित रहेंगे और कल वोटिंग में भी मौजूद रहेंगे. कल सबको मॉक पोल के जरिए बताया था कि कैसे वोट करना है. आज फिर सब को नए सिरे से बताया जाएगा. पहले 54 लोग दिग्विजय सिंह को वोट करेंगे, उसके बाद फूल सिंह बरैया को वोट करेंगे, कांग्रेस की पूरी तैयारी है. बाकी अन्य दलों के विधायकों से कांग्रेस संपर्क में है.
ऐसा है राज्यसभा चुनाव का समीकरण
- बता दें कि मध्यप्रदेश में 3 राज्यसभा सीटों पर 19 जून को वोटिंग होनी है. जिसके लिए बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है.
- वहीं कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है.
- राज्यसभा की 3 में से 1-1 सीट बीजेपी और कांग्रेस को मिलना तय दिख रहा है, लेकिन दोनों पार्टियां तीसरी सीट पर नजर बनाई हुई हैं. यह सीट उसी के खाते में जाएगी जिसे निर्दलीय और अन्य पार्टियों के विधायकों के वोट मिलेंगे.
- ताजा समीकरण के मुताबिक बीजेपी को 107 विधायकों का साथ है. दो निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का भी समर्थन है यानि संख्या होगी 112 विधायक. इस लिहाज से दो सीटें पक्की हैं.
- वहीं अगर बात कांग्रेस की करें तो पार्टी के 92 विधायक हैं. ऐसे में निर्दलीयों का समर्थन लेने की कोशिश जारी है.