भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज वित्त विधेयक पारित होने के अलावा कोरोना की स्थिति, और बीजेपी विधायक उषा ठाकुर द्वारा आदिवासी युवा संगठन जयस को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर हंगामे की स्थिति बनी रही. विपक्ष ने कोरोना महामारी के चलते बिगड़ते हालात को लेकर सरकार को जमकर घेरा है. विपक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कोरोना को लेकर बयान भी देना पड़ा. और उन्होंने अपील की है कि कोरोना वायरस से हम सब को मिलकर लड़ना होगा.
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की है. जिनमें कहा कि एक ओर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही है, अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं है. भदभदा विश्राम घाट में लकड़ी और कंडे कोरोना से मरने वालों को नहीं दिए जा रहे है. कहा जा रहा है कि जो बाहर के लोगों की मौत यहां पर होगी, उन्हें लकड़ी नहीं दी जाएगी. इसको लेकर पीसी शर्मा ने प्रदेश सरकार से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.
पीसी शर्मा ने कहा कि विधानसभा में उन्होंने कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल के गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठने के मुद्दे को भी उठाया, और मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है. लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. कोरोना को लेकर उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और बेड कम ना पड़े इसके प्रयास हम कर रहे हैं हम सबको मिलकर साथ में काम करना है. पीसी शर्मा ने कहा कि हमारे नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि अस्पताल के अंदर कोई सर्टिफिकेट और कागज नहीं दिया जाता है. इसकी जांच की जाए. वहीं उषा ठाकुर के बयान का मुद्दा भी सदन में उठाया गया, इसके अलावा किसानों को मुआवजा जल्द से जल्द दे दिया जाए यह मुद्दा भी उठाया गया.