भोपाल। फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ के एमपी में दीपिका की फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है, साथ ही सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रहा है.
प्रदेश में छपाक को टैक्स फ्री करने पर नरोत्तम मिश्रा ने जताई आपत्ति
विपक्ष का मानना है कि जब सरकार का खजाना पूरी तरह से खाली है, तो फिर दीपिका पादुकोण की फिल्म को टैक्स फ्री क्यों किया जा रहा है. प्रदेश के पूर्व जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत प्रदेश की 31 हजार बेटियों को मिलने वाली 51 हजार रुपए की राशि आज तक नहीं मिली है और उसके लिए सरकार के खजाने में पैसे नहीं हैं. वहीं अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जेएनयू में जाकर 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' वाली गैंग का समर्थन कर रही है, उनसे मिलने के लिए जा रही हैं, उनकी फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री करने के लिए सरकार के पास पैसा है.
प्रदेश में छपाक फिल्म के टैक्स फ्री होने का विपक्ष कर रहा विरोध
प्रदेश में दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को टैक्स फ्री किए जाने को लेकर पूर्व जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जाताई है. पूर्व मंत्री ने कहा कि जब प्रदेश सरकार का खजाना पूरी तरह से खाली है तो फिर छपाक फिल्म को टैक्स फ्री क्यों किया जा रहा है.
भोपाल। फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ के एमपी में दीपिका की फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है, साथ ही सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रहा है.
प्रदेश में छपाक को टैक्स फ्री करने पर नरोत्तम मिश्रा ने जताई आपत्ति
विपक्ष का मानना है कि जब सरकार का खजाना पूरी तरह से खाली है, तो फिर दीपिका पादुकोण की फिल्म को टैक्स फ्री क्यों किया जा रहा है. प्रदेश के पूर्व जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत प्रदेश की 31 हजार बेटियों को मिलने वाली 51 हजार रुपए की राशि आज तक नहीं मिली है और उसके लिए सरकार के खजाने में पैसे नहीं हैं. वहीं अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जेएनयू में जाकर 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' वाली गैंग का समर्थन कर रही है, उनसे मिलने के लिए जा रही हैं, उनकी फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री करने के लिए सरकार के पास पैसा है.
किसान का पैसा देने के लिए सरकार का खजाना खाली पर दीपिका पादुकोण की फिल्म टैक्स फ्री करने के लिए खजाने की चिंता नहीं- पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा
भोपाल | फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा प्रदेश में दीपिका की फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के बाद विपक्ष लगातार हमलावर हो गया है और सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध कर रहा है विपक्ष का मानना है कि जब सरकार का खजाना पूरी तरह से खाली है तो फिर दीपिका पादुकोण की फिल्म को टैक्स फ्री क्यों किया जा रहा है
Body:प्रदेश के पूर्व जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत प्रदेश की 31 हजार बेटियों को इस योजना के तहत मिलने वाले 51 हजार रुपए की राशि जो आज तक नहीं मिली है उसके लिए सरकार के खजाने में पैसे नहीं है पर फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री करने के लिए सरकार को कोई दिक्कत नहीं है उसके लिए इनके पास पैसा है उन्होंने कहा कि दीपिका पादुकोण जेएनयू में जाकर भारत तेरे टुकड़े होंगे वाली गैंग का समर्थन कर रही है उनसे मिलने के लिए जा रही हैं उनकी फिल्म को टैक्स फ्री करने के लिए इनके पास पैसा है .Conclusion:पूर्व मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों को देने के लिए इस सरकार के पास पैसा नहीं है लेकिन आइफा का अवार्ड शो इंदौर में आयोजित करने के लिए करोड़ों रुपए इनके पास है प्रदेश के किसानों का कर्जा माफ करने और उनका मुआवजा राशि देने के लिए सरकार का खजाना खाली है लेकिन आईफा अवार्ड आयोजित करने के लिए 700 करोड़ रुपए इस सरकार के पास है मध्यप्रदेश में बेटियों के उत्थान के लिए सरकार को जो पैसा खर्च करना चाहिए वह इनके पास नहीं है लेकिन 415 करोड़ों अंबानी का माफ करने के लिए इनके पास पैसा है उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था काफी चरमराई हुई है उस पर खर्च करने के लिए इनके पास पैसा नहीं है लेकिन हवाई जहाज खरीदने के लिए के पास पैसा है उन्होंने कहा कि गरीबों के मध्य प्रदेश में मकान बन जाए उसके लिए पैसा नहीं है 2 लाख मकान इन्होंने सरेंडर कर दिए क्योंकि उसकी कीमत देने के लिए इनके पास पैसा नहीं है लेकिन प्रदेश में स्थानांतरण पर खर्च करने के लिए 800 करोड़ रुपए सरकार के पास है जब मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा खराब है तो फिर कोको कोला कंपनी के पैसे क्यों माफ कर रहे हो पर गरीबों को पैसा देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है यही स्थिति है अब मध्यप्रदेश के सामने दिखाई दे रही है