भोपाल। कोविड के बाद फंगल इंफेक्शन (Fungal infection), म्यूकरमायकाेसिस बढ़ता जा रहा है. अब स्वास्थ्य विभाग के लिए इन मरीजों का इलाज करना एक बड़ी समस्या बनने लगी है. ऐसे में हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) में इसके 6 और पालीवाल अस्पताल में एक मरीज भर्ती कराया गया है. खंडवा की रहने वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग की ब्लैक फंगस से संक्रमित हुई एक आंख को सोमवार को हमीदिया में निकाल दिया गया. ऑपरेशन ईएनटी डिपार्टमेंट की प्रमुख डॉ. स्मिता सोनी के मुताबिक मरीज को डायबिटीज (Diabetes) थी. दो सप्ताह पहले उन्हें फंगस का पता चला. जांच के बाद उनकी नाक से ब्लैक फंगस (Black fungus) को निकाला गया था, लेकिन दो दिन पहले ही उनकी आंख में फंगस मिल गया. इससे आंख सूज गई. इसके बाद आंख को निकालना पड़ा. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है.
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डॉक्टर का कहना है इस तरह के करीब 4 मरीजों का ऑपरेशन एक हफ्ते में किया जाना है. भोपाल एम्स में एक 54 वर्षीय मरीज के ब्लैक फंगल (Black fungus) से संक्रमित 9 दांत और ऊपरी-निचले जबड़े की हड्डी सर्जरी की गई है. मंगलवार को बंसल अस्पताल में चार मरीजों की सर्जरी की जाएगी.
एंडोस्कोपी की मदद से रोका जा सकता है
हमीदिया अस्पताल में ऑपरेशन ईएनटी डिपार्टमेंट की प्रमुख डॉ. स्मिता सोनी के मुताबिक इसको नाक की इंडोस्कोपी कर पहचान कर रोका जा सकता है. इसे शुरु के 2 से 3 महीने में नियंत्रित किया जा सकता है. मेडिकल डिपार्टमेंट से रेफेर केस में आता था लेकिन अब रोजाना की ओपीडी में आने लगा है. यह सामान्य वातावरण की संक्रमण से भी पहुंच रहा है, जो जिसको समय पर पहचाना बहुत जरूरी है.
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हमीदिया में विशेष तैयारी
राज्य सरकार ने भी सोमवार को ब्लैक फंगल की स्थिति की समीक्षा की. जीएमसी के डीन से कहा गया कि ब्लैक फंगल के मरीजों के लिए 20 बेड का अलग वार्ड बनाने को कहा है. इन मरीजों का इलाज ईएनटी, न्यूरोलॉजी, नेत्र रोग, डेंटिस्ट्री डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स की टीम करेगी. हमीदिया प्रबंधन ने इसके 150 इंजेक्शन खरीदने की कार्रवाई शुरू कर दी है.