ETV Bharat / state

सूरजपुर में 6 साल से हाथियों ने दूल्हे के सिर सजने नहीं दिया सेहरा, खौफ में लड़के- कहीं रह न जाएं कुंवारे...

Fear of elephants in surajpur: सूरजपुर जिले के कुंवारे लड़कों के गांव की अनोखी कहानी विस्तार से जानने के लिए पढ़िए पूरी स्टोरी...

Fear of elephants in surajpur
सूरजपुर में हाथियों ने लगाया शादी पर ग्रहण
author img

By

Published : Feb 17, 2022, 7:00 PM IST

सूरजपुर/भोपाल। जिले में हाथियों का तांडव कोई बड़ी बात नहीं है. यहां आयेदिन ग्रामीणों पर हाथियों का हमला होता रहता (Fear of elephants in surajpur) है. लेकिन हाथियों के खौफ से प्रतापपुर के लड़कों का ब्याह नहीं हो रहा. यहां गजराज के तांडव का खौफ लोगों में इतना अधिक है कि दूसरे जगह के लोग अपनी बहन-बेटियों को यहां ब्याहना नहीं चाह रहे.

सूरजपुर में हाथियों ने लगाया शादी पर ग्रहण

सूरजपुर जिले के कुंवारे गांव की अनोखी कहानी

शादी का सीजन शुरू हो गया है. कई युवा अपने शादी को लेकर सपना सजाने लगे हैं. लेकिन सूरजपुर का एक इलाका ऐसा भी है जहां पिछले 5-6 सालों से किसी भी लड़के के सिर पर सेहरा नहीं सजा है.आज हम आपको बतायेंगे सूरजपुर जिले के कुंवारे गांव की अनोखी कहानी..

40 से अधिक हाथियों का दल करता है विचरण
सूरजपुर जिले का प्रतापपुर इलाका, यह इलाका लगभग दो दशकों से अधिक समय से हाथियों के आतंक का दंश झेल रहा है. आज भी इस क्षेत्र में 0 से अधिक हाथियों का दल विचरण करता रहता है. जो यहां के स्थानीय लोगों के लिए कई तरह की समस्याओं को पैदा कर रहा है. खासकर युवा वर्ग के लिए. क्योंकि हाथियों का खौफ यहां इतना अधिक है कि दूसरे गांव के लोग अपनी बहन-बेटियों की शादी यहां नहीं करना चाहते. इतना ही नहीं कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि लड़की वालों रोका के बाद क्षेत्र का नाम सुनकर या फिर हाथियों के आतंक की दास्तां सुन रिश्ता ही तोड़ देते हैं. अब इस इलाके के युवा वर्ग शासन और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. ताकि जल्द हाथी की समस्या का निपटान किया जा सके.

Indore DAVV: 12 सदस्यीय कमेटी का गठन, विश्वविद्यालय को A+ ग्रेड से A++ ग्रेड दिलाने की कवायद शुरू

हाथियों के आतंक के कारण युवा कुंवारे
इलाके के वरिष्ठ लोगों का मानना है कि हाथियों के आतंक के कारण युवा कुंवारे रह जा रहे हैं. साथ ही वह यह भी मान रहे हैं कि लड़की वालों का निर्णय सही है. कोई भी अपनी बेटी की शादी ऐसे जगह में नहीं करना चाहेंगे, जहां उसकी जान को खतरा हो. इस इलाके में आए दिन हाथियों का दल फसलों को नुकसान पहुंचाता है. कई ग्रामीणों का मकान क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है. तो कई बार हाथी ग्रामीणों पर हमला कर देता है. कितनों की मौत हाथियों के हमले से हो चुकी है. यही कारण है कि लोग यहां शादी के नाम से कतराते हैं.

सूरजपुर/भोपाल। जिले में हाथियों का तांडव कोई बड़ी बात नहीं है. यहां आयेदिन ग्रामीणों पर हाथियों का हमला होता रहता (Fear of elephants in surajpur) है. लेकिन हाथियों के खौफ से प्रतापपुर के लड़कों का ब्याह नहीं हो रहा. यहां गजराज के तांडव का खौफ लोगों में इतना अधिक है कि दूसरे जगह के लोग अपनी बहन-बेटियों को यहां ब्याहना नहीं चाह रहे.

सूरजपुर में हाथियों ने लगाया शादी पर ग्रहण

सूरजपुर जिले के कुंवारे गांव की अनोखी कहानी

शादी का सीजन शुरू हो गया है. कई युवा अपने शादी को लेकर सपना सजाने लगे हैं. लेकिन सूरजपुर का एक इलाका ऐसा भी है जहां पिछले 5-6 सालों से किसी भी लड़के के सिर पर सेहरा नहीं सजा है.आज हम आपको बतायेंगे सूरजपुर जिले के कुंवारे गांव की अनोखी कहानी..

40 से अधिक हाथियों का दल करता है विचरण
सूरजपुर जिले का प्रतापपुर इलाका, यह इलाका लगभग दो दशकों से अधिक समय से हाथियों के आतंक का दंश झेल रहा है. आज भी इस क्षेत्र में 0 से अधिक हाथियों का दल विचरण करता रहता है. जो यहां के स्थानीय लोगों के लिए कई तरह की समस्याओं को पैदा कर रहा है. खासकर युवा वर्ग के लिए. क्योंकि हाथियों का खौफ यहां इतना अधिक है कि दूसरे गांव के लोग अपनी बहन-बेटियों की शादी यहां नहीं करना चाहते. इतना ही नहीं कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि लड़की वालों रोका के बाद क्षेत्र का नाम सुनकर या फिर हाथियों के आतंक की दास्तां सुन रिश्ता ही तोड़ देते हैं. अब इस इलाके के युवा वर्ग शासन और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. ताकि जल्द हाथी की समस्या का निपटान किया जा सके.

Indore DAVV: 12 सदस्यीय कमेटी का गठन, विश्वविद्यालय को A+ ग्रेड से A++ ग्रेड दिलाने की कवायद शुरू

हाथियों के आतंक के कारण युवा कुंवारे
इलाके के वरिष्ठ लोगों का मानना है कि हाथियों के आतंक के कारण युवा कुंवारे रह जा रहे हैं. साथ ही वह यह भी मान रहे हैं कि लड़की वालों का निर्णय सही है. कोई भी अपनी बेटी की शादी ऐसे जगह में नहीं करना चाहेंगे, जहां उसकी जान को खतरा हो. इस इलाके में आए दिन हाथियों का दल फसलों को नुकसान पहुंचाता है. कई ग्रामीणों का मकान क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है. तो कई बार हाथी ग्रामीणों पर हमला कर देता है. कितनों की मौत हाथियों के हमले से हो चुकी है. यही कारण है कि लोग यहां शादी के नाम से कतराते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.