भोपाल। लॉकडाउन के चलते पिछले 6 माह से स्कूल बंद हैं, ऐसे में स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं. सितम्बर माह में स्कूलों को खोलने की बात कही गई थी, लेकिन कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में स्कूलों को सितम्बर में खोलना खतरे से खाली नहीं है. इसी विषय को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने समस्त जिला कलेक्टर के साथ वर्चुअल मीटिंग की और नवीन शिक्षा व्यवस्था की जानकारी दी.
एमपी बोर्ड के अध्यक्ष ने मीटिंग में नवीन शिक्षा व्यवस्था की जानकारी दी, साथ ही स्कूलों के प्राचार्यों को इस व्यवस्था के आधार पर कार्य करने के निर्देश भी दिए. इस मीटिंग में सितम्बर माह में ऑनलाइन कक्षाओं की रणनीति भी बनाई गई, उन्होंने बताया 1 सितम्बर से ऑनलाइन शिक्षण सत्र की शुरुआत होगी. साथ ही 6 महीने के अंदर कोर्स खत्म किए जाएं, जिससे छात्र आगे परीक्षा के लिए तैयारी कर सकें. माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि 6 माह में कोर्स खत्म होना चाहिए, 1 यूनिट के लिए 15 दिन का समय तय किया जाना चाहिए, प्रत्येक यूनिट का असेसमेंट मण्डल द्वारा ही किया जाएगा.
कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों के खुलने का कोई निश्चित समय तय नहीं है. ऐसे में मंडल ने ऑनलाइन परीक्षाओं की रणनीति भी बनाई. स्कूलों में सितम्बर माह में होने वाले त्रैमासिक परीक्षा के लिए प्राचार्यों को दिशा निर्देश दिए हैं, जिसके मुताबिक छात्रों को मोबाइल पर पेपर भेजा जाएगा और पेपर 100 अंक का ही होगा. जिसमें 30 ऑब्जेक्टिव होंगे और 20 प्रश्न अलग-अलग मार्किंग के होंगे. पेपर सॉल्व होने के बाद छात्र उत्तर पुस्तिका अपने-अपने स्कूलों में जमा कराएंगे, शिक्षक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने के बाद छात्रों के अंक बोर्ड की साइट में मोबाइल एप के माध्यम से भेजेंगे.
मंडल ने आने वाले समय में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की. कोरोना के चलते स्कूलों में सभी गतिविधियां ऑनलाइन चल रही हैं. स्कूलों के खुलने का कोई निश्चित समय नहीं है, ऐसे में बोर्ड अब ऑनलाइन कक्षाओं को दुरुस्त बनाने के लिए योजनाएं बना रहा है. जिसको देखते हुए, आज समस्त जिला शिक्षा अधिकारी और कॉलेक्टरों के साथ मंडल के अध्यक्ष ने बैठक कर दिशा निर्देश जारी किए.