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पूर्व कॉन्स्टेबल ने गृहमंत्री को सुनाई आपबीती, 'अधिकारियों की पत्नियां करतीं हैं प्रताड़ित' - home minister video viral

नीमच जिले में रहने वाले पूर्व कांस्टेबल नंदकिशोर चौहान प्रदेश ने गृहमंत्री बाला बच्चन से फोन पर ये शिकायत की है कि आईपीएस अधिकारियों की पत्नियां पुलिस कर्मियों को तरह- तरह से प्रताड़ित करतीं हैं.

पूर्व आरक्षक ने गृहमंत्री से की शिकायत
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Published : Jun 17, 2019, 10:43 AM IST

Updated : Jun 17, 2019, 5:08 PM IST

भोपाल। नीमच जिले के एक पूर्व कॉन्स्टेबल ने मध्यप्रदेश में अफसरशाही की पोल पट्टी खोल कर रख दी है. पूर्व कांस्टेबल नंद किशोर चौहान ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री को फोन कर IPS अफसरों की पत्नियों को लेकर गंभीर आरोप लगाये है. पूर्व आरक्षक और गृहमंत्री के बीच हुई बात का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमे नंद किशोर चौहान ने अधिकारियों की पत्नियों पर प्राताड़ित करने का आरोप लगाया है.

पूर्व आरक्षक ने गृहमंत्री से की शिकायत

दरअसल, एक ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें नीमच जिले में रहने वाले पूर्व कांस्टेबल नंदकिशोर चौहान प्रदेश ने गृहमंत्री बाला बच्चन से फोन पर ये शिकायत की है कि आईपीएस अधिकारियों की पत्नियां पुलिस कर्मियों को तरह- तरह से प्रताड़ित करतीं हैं, साथ ही उन्होंने गृहमंत्री से अफसरशाही की प्रताड़ना से तंग आकर नौकरी छोड़ने की भी बात कही है.

जो ऑडियो लगातार वायरल हो रहा है उसमें पूर्व कॉन्सेबल ने मध्य प्रदेश की अफसरशाही पर कई तरह के सवाल खड़े किये है और गृहमंत्री बाला बच्चन से शिकायत की है.

वायरल ऑडियो में पूर्व कॉस्टेबल नंदकिशोर चौहान कह रहे है कि मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल इसलिए उठते है, क्योंकि जो जवान पुलिस में भर्ती होते है उन्हें IPS के बंगले पर तैनात कर दिया जाता है. मध्यप्रदेश में 400 से 500 IPS काम रहे है. वैसे तो कानूनी रूप से एक IPS को 5 जवान बंगले पर रखने की अनुमति है,लेकिन मध्य प्रदेश में हर IPS के बंगले पर 20 से ज्यादा जवानों को तैनात किया जाता है.

पूर्व कॉन्स्टेबल की ये है शिकायत
⦁ पुलिस जवानों से IPS अफसरों की पत्नियां घर का काम करवाती हैं.
⦁ घरेलू सामग्री मंगवाने से लेकर बच्चों को स्कूल छोड़ने तक का काम सब पुलिस के जवान करते हैं.
⦁ पुलिस के जवानों से घर में खाना भी बनवाया जाता है.
⦁ IPS अफसरों की पत्नी सेल्यूट करने के लिए कहतीं हैं.
⦁ नंदकिशोर ने अपनी शिकायत में कहा है कि पुलिसकर्मियों को मानसिक प्रताड़ना सहनी पड़ती है.
⦁ प्रदेश में पुलिसकर्मी मानसिक तनाव से प्रताड़ित है क्योंकि उन्हें जरुरत से ज्यादा ड्यूटी करनी पड़ती है.
⦁ बड़े अफसरो से तंग आकर छोटे कर्मचारी आत्महात्या जैसे कदम उठाते है.

वायल ऑडियो में पूर्व कॉन्स्टेबल की शिकायत करने के बाद गृह मंत्री ने आश्वासन दे रहे है, उन्होंने शिकायत के प्रमुख बिंदुओं को नोट भी किया. ऑडियो में बाला बच्चन कह रहे है, कि वो इन शिकायतों पर निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे और उनकी इस बात को संभाग की समीक्षा बैठक में रखा जाएगा.

भोपाल। नीमच जिले के एक पूर्व कॉन्स्टेबल ने मध्यप्रदेश में अफसरशाही की पोल पट्टी खोल कर रख दी है. पूर्व कांस्टेबल नंद किशोर चौहान ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री को फोन कर IPS अफसरों की पत्नियों को लेकर गंभीर आरोप लगाये है. पूर्व आरक्षक और गृहमंत्री के बीच हुई बात का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमे नंद किशोर चौहान ने अधिकारियों की पत्नियों पर प्राताड़ित करने का आरोप लगाया है.

पूर्व आरक्षक ने गृहमंत्री से की शिकायत

दरअसल, एक ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें नीमच जिले में रहने वाले पूर्व कांस्टेबल नंदकिशोर चौहान प्रदेश ने गृहमंत्री बाला बच्चन से फोन पर ये शिकायत की है कि आईपीएस अधिकारियों की पत्नियां पुलिस कर्मियों को तरह- तरह से प्रताड़ित करतीं हैं, साथ ही उन्होंने गृहमंत्री से अफसरशाही की प्रताड़ना से तंग आकर नौकरी छोड़ने की भी बात कही है.

जो ऑडियो लगातार वायरल हो रहा है उसमें पूर्व कॉन्सेबल ने मध्य प्रदेश की अफसरशाही पर कई तरह के सवाल खड़े किये है और गृहमंत्री बाला बच्चन से शिकायत की है.

वायरल ऑडियो में पूर्व कॉस्टेबल नंदकिशोर चौहान कह रहे है कि मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल इसलिए उठते है, क्योंकि जो जवान पुलिस में भर्ती होते है उन्हें IPS के बंगले पर तैनात कर दिया जाता है. मध्यप्रदेश में 400 से 500 IPS काम रहे है. वैसे तो कानूनी रूप से एक IPS को 5 जवान बंगले पर रखने की अनुमति है,लेकिन मध्य प्रदेश में हर IPS के बंगले पर 20 से ज्यादा जवानों को तैनात किया जाता है.

पूर्व कॉन्स्टेबल की ये है शिकायत
⦁ पुलिस जवानों से IPS अफसरों की पत्नियां घर का काम करवाती हैं.
⦁ घरेलू सामग्री मंगवाने से लेकर बच्चों को स्कूल छोड़ने तक का काम सब पुलिस के जवान करते हैं.
⦁ पुलिस के जवानों से घर में खाना भी बनवाया जाता है.
⦁ IPS अफसरों की पत्नी सेल्यूट करने के लिए कहतीं हैं.
⦁ नंदकिशोर ने अपनी शिकायत में कहा है कि पुलिसकर्मियों को मानसिक प्रताड़ना सहनी पड़ती है.
⦁ प्रदेश में पुलिसकर्मी मानसिक तनाव से प्रताड़ित है क्योंकि उन्हें जरुरत से ज्यादा ड्यूटी करनी पड़ती है.
⦁ बड़े अफसरो से तंग आकर छोटे कर्मचारी आत्महात्या जैसे कदम उठाते है.

वायल ऑडियो में पूर्व कॉन्स्टेबल की शिकायत करने के बाद गृह मंत्री ने आश्वासन दे रहे है, उन्होंने शिकायत के प्रमुख बिंदुओं को नोट भी किया. ऑडियो में बाला बच्चन कह रहे है, कि वो इन शिकायतों पर निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे और उनकी इस बात को संभाग की समीक्षा बैठक में रखा जाएगा.

Intro:पूर्व कांस्टेबल ने गृह मंत्री को बताई आईपीएस पत्नियों की अफसरशाही , सेल्यूट मारने को करती है मजबूर



भोपाल | मध्यप्रदेश में कई राजनीतिक पार्टियों की सरकारें आई और चली गई .लेकिन प्रदेश में हमेशा ही अफसरशाही का बोलबाला नजर आया है और अक्सर इस अफसरशाही पर मनमानी करने का आरोप भी कई बार लगा है .लेकिन इस बार इस अफसरशाही की पूरी पोल एक पूर्व कांस्टेबल ने प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन के सामने खोलकर रख दी है . पूर्व कांस्टेबल और प्रदेश के गृह मंत्री का यह ऑडियो लगातार वायरल हो रहा है जो चर्चा का केंद्र बना हुआ है .


Body:दरअसल एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें नीमच जिले में रहने वाले नंदकिशोर चौहान प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन से बातचीत कर रहे हैं . नंदकिशोर चौहान पूर्व में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत रहे हैं . लेकिन उन्होंने इसी प्रकार की प्रताड़ना से तंग आकर नौकरी को अलविदा कह दिया है .

जो ऑडियो लगातार वायरल हो रहा है इसे लेकर चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि इस ऑडियो के माध्यम से पूर्व कॉन्स्टेबल ने मध्य प्रदेश की अफसरशाही पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए .


वायरल ऑडियो में पूर्व कॉस्टेबल नंदकिशोर चौहान गृहमंत्री बाला बच्चन को फोन लगाते हैं और अपना परिचय देते हैं . इस पर से बाला बच्चन उन्हें बंगले पर फोन लगाने का निवेदन करते हैं . लेकिन नंदकिशोर चौहान गृहमंत्री को कहते हैं कि वे किसी काम के सिलसिले में फोन नहीं लगा रहे हैं . बल्कि एक विशेष जानकारी देने के लिए उन्होंने फोन लगाया है . इतना सुनने के बाद गृहमंत्री कहते हैं कि ठीक है बताओ क्या कहना चाहते हो .

इसके बाद पूर्व कॉन्स्टेबल बताता है कि इस समय मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं . लेकिन कभी यह नहीं सोचा जा रहा है कि हमारे पास इतने जवान होने के बाद भी कानून व्यवस्था ठीक क्यों नहीं है . क्योंकि जो जवान पुलिस में भर्ती होता है उसे आईपीएस के बंगले पर तैनात कर दिया जाता है मध्यप्रदेश में 400 से 500 आईपीएस अफसर काम कर रहे हैं .वैसे तो कानूनी रूप से एक आईपीएस को 5 जवान बंगले पर रखने की अनुमति है . लेकिन इसके उलट मध्य प्रदेश में हर आईपीएस के बंगले पर 20 से ज्यादा जवानों को तैनात किया जाता है . जो पुलिस का जवान कानून व्यवस्था के लिए काम करने की इच्छा लेकर पुलिस विभाग में भर्ती हुआ है . उसे बंगले पर काम करने के लिए भेज दिया जाता है . इन सभी जवानों से आईपीएस अफसर और उनकी पत्नियां घर के काम करवाती हैं . पुलिस के जवानों से घरेलू सामग्री मंगवाई जाती है . सब्जी लेने के लिए भेजा जाता है . बच्चे को स्कूल छोड़ने के लिए भेजा जाता है . इसके अलावा पूरे घर का खाना भी पुलिस के जवान से ही बनवाया जाता है . आईपीएस होने का रुतबा देखा कर विभाग से नियम विरुद्ध सुविधाएं ली जाती है .


Conclusion:पूर्व कांस्टेबल नंदकिशोर चौहान गृहमंत्री को बता रहा है कि उसने इसी तरह की प्रताड़ना से तंग आकर नौकरी छोड़ दी है और आज वह खुलकर बातचीत कर पा रहा है वरना यदि वह नौकरी पर होता तो अब तक उसके निलंबन की कार्यवाही हो चुकी होती .

प्रदेश में जितने भी थाने हैं उसमें काम करने वाले पुलिसकर्मी मानसिक तनाव से प्रताड़ित होते हैं . क्योंकि उन्हें जरूरत से ज्यादा ड्यूटी करनी पड़ती है और उसका मुख्य कारण यही है कि जिन जवानों को पुलिस थानों में तैनात किया जाना चाहिए . उन्हें इन आईपीएस अधिकारियों के बंगलों पर नौकरी करनी पड़ती है .

अभी तक कभी भी ऐसा मामला सामने नहीं आया होगा कि किसी आरक्षक से प्रताड़ित होकर किसी आईपीएस अफसर ने आत्महत्या की हो . बल्कि हमेशा ही आईपीएस अफसर से प्रताड़ित होकर छोटे कर्मचारी ने ही आत्महत्या जैसा कदम उठाया है . जिस समय आप विपक्ष में थे उस समय भी आपने पुलिस के कुछ अच्छे मामले विधानसभा में उठाए थे और हमें पूरी उम्मीद थी कि जब आप सरकार में आएंगे तो निश्चित रूप से कुछ अच्छा काम पुलिस विभाग के लिए करेंगे .लेकिन अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है .

पुलिस में नव आरक्षक भर्ती होते हैं कुछ अच्छा काम करने के लिए लेकिन आईपीएस अफसर के बंगले पर तरह तरह के काम करवाए जाते हैं यहां तक कि आईपीएस अफसर की पत्नी को भी सेल्यूट मारने के लिए कहा जाता है लेकिन हम उनकी पत्नी को सैल्यूट क्यों मारे . पूर्व कांस्टेबल गृह मंत्री को बता रहा है कि यदि वे कार्यवाही का आश्वासन दे तो उसके बाद इन सभी मामलों के सबूत रखे हुए हैं और वह सरकार को दे सकता है .


इस पूरी बातचीत को सुनने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन बताते हैं कि वे सोमवार को उज्जैन और रीवा के दौरे पर जा रहे हैं वे सोमवार को उज्जैन में संभाग स्तर पर पुलिस अधिकारियों और जेल अधिकारियों की अलग-अलग बैठक में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा करेंगे बैठक के दौरान इन सभी बातों पर चर्चा की जाएगी गृह मंत्री ने पूर्व कांस्टेबल को आश्वासन देते हुए कहा कि आप निश्चिंत रहिए जो चीजें आपने बताई हैं निश्चित रूप से इस पर कार्यवाही की जाएगी .

वायरल ऑडियो को लेकर भी देर रात जब गृहमंत्री से मीडिया कर्मियों के द्वारा बातचीत की गई तो उन्होंने इस बातचीत की पुष्टि कर दी है और इसे सही बताया उन्होंने कहा है कि पूर्व कांस्टेबल नंदकिशोर चौहान की पूरी पीड़ा को मैंने सुना है और उनकी बात को संभाग की समीक्षा बैठक में रखा जाएगा निश्चित रूप से जो बातें पूर्व कॉन्स्टेबल ने बताई हैं उसे लेकर वैधानिक कार्यवाही भी की जाएगी .
Last Updated : Jun 17, 2019, 5:08 PM IST
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