कवर्धा: बीते 13 मई 2021 को जिला पुलिस बल और DRG की टीम ने सर्चिंग के दौरान मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर दो इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार किया. जिसमें एक महिला नक्सली भी शामिल थी. गिरफ्तार नक्सलियों ने पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे किए. नक्सलियों की निशानदेही पर कवर्धा पुलिस ने भोरमदेव अभ्यारण्य से भारी मात्रा में नक्सली सामग्री, कारतूस, बम बनाने का समान, राशन समान समेत 10 लाख रुपये बरामद किए हैं.
गिरफ्तारी के बाद दोनों नक्सलियों का कोरोना टेस्ट कराया गया था. जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए. गिरफ्तार किए गए 13 लाख के इनामी नक्सली देवाकर उर्फ किशन और 5 लाख रुपये की महिला इनामी नक्सली देवे उर्फ लक्ष्मी को कोविड सेंटर में रखा गया. नक्सली किशन प्लाटून नंबर 2 भोरमदेव कमेटी के सचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहा था.
- गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को दी गोपनीय जानकारी
दोनों के स्वस्थ होने के बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की. दोनों नक्सलियों ने सरेंडर कर पुलिस का सहयोग करने का प्रस्ताव रखा. पुलिस ने नक्सलियों के प्रस्ताव को स्वीकार किया. सरेंडर कर चुके नक्सलियों ने नक्सली डंप की जानकारी दी. नक्सलियों के प्लान की बहुत सारी गोपनीय बाते बताई. जिसके बाद कवर्धा पुलिस ने भोरमदेव अभ्यारण्य के बकोदा में सर्चिंग की. जहां से भारी मात्रा में जिंदा कारतूस, टिफिन बम, कुकर, बम बनाने की सामग्री, पिठ्ठू, वर्दी, दवा गोली, दस लाख रुपये नकद के साथ राशन और अन्य सामग्री बरामद किए गए.
शासन-प्रशासन की नीतियों से प्रभावित हुए दोनों नक्सली
कवर्धा एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया की 13 मई 2021 को नक्सली देवाकर जो कान्हा-भोरमदेव डिवीजन कमेटी के विस्तार प्लाटून 2 का सचिव है. महिला नक्सली लक्ष्मी संगठन की सदस्य है. गिरफ्तारी के वक्त दोनों कोरोना पॉजिटिव थे. दोनों का इलाज कोविड सेंटर में कराया गया. बेहतर इलाज और अच्छी देखरेख के कारण दोनों ने पुलिस की सहयोग करने की इच्छा जाहिर की. सरेंडर कर चुके नक्सलियों की सूचना के बदलौत पुलिस को यह सफलता मिली.
सरेंडर नीति के तहत मिलेगी सुविधा
दोनों ने पुलिस को नक्सलियों की गोपनीय जानकारी दी. इसके साथ नक्सली सामग्रियों के ठिकानों का खुलासा किया. पकड़े गए नक्सलियों का सहयोग आगे भी मिलता रहे इसलिए पुलिस विभाग ने इन्हें सरेंडर नक्सलियों की सूची में रखा है.