भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में बहुत तेजी से परिवर्तन देखने को मिल रहा है. उत्तर भारत से आ रही हवाओं ने रफ्तार पकड़ ली है. कल मंगलवार को प्रदेश में 12 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे से चलीं. इन हवाओं ने प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में न्यूनतम तापमान के साथ-साथ दिन के तापमान को भी प्रभावित किया जिसके कारण प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है. इसके साथ ही दिन में धूप होने के बाद भी ठंड का एहसास लोगों को होता रहा है. ऐसे में अभी अगले कुछ दिनों तक मौसम इसी प्रकार का बना रहेगा.
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाएं: हालांकि अन्य सालों की अपेक्षा इस साल ठंड कम पड़ रही है. जिसका सबसे बड़ा कारण प्रदेश में वेदर सिस्टम में आने वाले बदलाव बताए जा रहे हैं. लेकिन अब मौसम में अभी कोई मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है, इसलिए अभी साल के अंत तक और नए साल में ठंड का दौर जारी रहेगा. मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा, लेकिन उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते प्रदेश में कई जगहों पर इसका प्रभाव देखने को मिला.
दतिया में रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस: ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे ज्यादा प्रभाव देखने मे मिला. यहां दतिया में रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है. इसके साथ ही खंडवा, बैतूल मलाजखंड और सिवनी में शीतल दिवस देखने को मिला है. सागर संभाग के जिलो में और सिवनी में शीत लहर का प्रभाव देखने को मिल रहा है. वहीं, पूरे प्रदेश में यदि अधिकतम तापमान की बात की जाय तो इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग के जिलों में दिन के तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है. इसके साथ ही भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में भी तेजी से तापमान गिर रहा है. अब प्रदेश में उत्तर भारत से आ रही हवाएं तेजी से लोगों को ठंड का अहसास कराएंगी.
उत्तरी हवाएं पकड़ेंगी रफ्तार: मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी राजस्थान में सक्रिय हुआ वेस्टर्न डिस्टरबेंस अब लगभग समाप्त हो गया है और उसका कोई भी प्रभाव मध्य प्रदेश के मौसम में देखने को नहीं मिलेगा. पूर्व में प्रदेश में इसके प्रभाव से पूर्वानुमान बताया गया था लेकिन इसके स्वतः ही शून्य होने के कारण अब उत्तरी हवाएं अपनी रफ्तार पकड़ेगी. प्रदेश में कई जगहों पर दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी.