भोपाल: मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है. आज निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह वीडियो कॉफ्रेंस करेंगे. माना जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग चुनावी घोषणा कर सकती है. आज निर्वाचन आयुक्त वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए सभी जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा भी करेंगे.
अंतिम मतदाता सूची हो चुकी है जारी
मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है. इसको लेकर अंतिम मतदाता सूची भी जारी कर दी गई है. मध्यप्रदेश में 407 नगरी निकाय चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची 3 मार्च बुधवार को जारी हो चुकी है. अब सिर्फ निर्वाचन आयोग की तरफ से औपचारिक घोषणा होना बाकी है.
निकाय चुनाव को लेकर जल्द होगा फैसला, 2 से 3 चरणों में हो सकता है मतदान
एक साल से चल रहा था निकाय चुनाव
मध्यप्रदेश में नगर निगम और परिषदों में लगभग 1 साल से ज्यादा के समय से प्रशासक बैठे हुए हैं. पहले कमलनाथ सरकार ने निकाय चुनाव में रोड़ा डाला, उसके बाद में शिवराज सरकार भी निकाय चुनाव को टालती रही, हाल ही में कोरोना को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनाव को आगने बढ़ाने का फैसला किया था. हालांकि अब मतदाता सूची जारी होने के बाद यह तय हो गया है कि जल्द निकाय चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग तारीखें तय करेगा. इसके लिए राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह चुनाव की तैयारियों को लेकर 6 मार्च को क्लेक्टरों से भी चर्चा करेंगे. संभवत इसके बाद चुनाव की तारीखों की घोषणा हो जाएगी.
MP निकाय चुनाव: 'बोगस वोटर्स' पर BJP की 'तिरछी' नजर
हालांकि निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने तैयारियां शुरू कर दी थी. एक तरफ जहां बीजेपी सभी निकायों को अपने कब्जे में रखने की कोशिश में लगी है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को चार्ज कर निकाय चुनाव में कांग्रेस की फतेह को लेकर तैयारियों में है.
निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी-कांग्रेस की तैयारियां
बीजेपी ने निकाय चुनाव को लेकर अलग-अलग समितियां बनाई हैं, जो निकाय क्षेत्रों की चयन प्रकिया, प्रचार-प्रसार सामग्री स्टेट लेवल का मेनिफेस्टो और स्थानीय स्तर पर मेनिफेस्टो के अलावा कई जिम्मेदारियों को संभाल रहे हैं. चुनाव संचालन समिति के प्रमुख पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि पिछले 15 साल में जो भारतीय जनता पार्टी ने विकास कार्य किए हैं और अब आने वाले समय में इन निकायों में जो जो काम सरकार कर सकती है, उसको लेकर एक सूची बनाई जा रही है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभाएं कर रहे हैं, ताकि और बारीकी से इन क्षेत्रों के विकास पर चर्चा की जा सके. इधर कांग्रेस भी निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. कमलनाथ समेत प्रदेश के बड़े नेता सभाएं और जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं.