भोपाल। विधायक रामेश्वर शर्मा (BJP MLA Rameshwar Sharma) का विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा कोलार है. यहां विधायक 222 करोड़ से सिक्स लेन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन कराने जा रहे हैं. लेकिन नींव रखे जाने से पहले ही विधायक की बखिया उधेड़ने की कोशिश करती ये चिट्ठी सोशल मीडिया पर दौड़ा दी गई है. ये चिट्ठी सोशल मीडिया पर मांगकर पढ़ी जा रही. दो पन्नों की ये चिट्ठी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संबोधित है. चिट्ठी में सिलसिलेवार विधायक रामेश्वर शर्मा पर आरोप लगाए गए हैं. लिखने वाले ने खुद को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का एक साधारण कार्यकर्ता बताया है.
चिट्ठी में उठाए ये सवाल : पहला और सबसे बड़ा आरोप ये है कि 222 करोड़ से जिस सिक्स लेन का निर्माण कोलार इलाके में हो रहा है. चिट्ठी के मुताबिक ये सड़क बनने से पहले ही कोलार इलाके के लोगों के लिए प्रताड़ना का कारण बन गई है. इसकी वजह ये है कि विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा इसके प्रचार के लिए और अपनी राजनीति चमकाने के लिए यहां के व्यापारियों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से लेकर शैक्षणिक संस्थानों से भी जबरन चंदा और चौथ वसूली की जा रही है. इस आरोप के आधार पर पांच सवाल भी स्वयंसेवक की ओर से पूछे गए हैं. जिसमें ये सवाल भी शामिल है कि क्या ऐसे कृत्यों से पार्टी की छवि धूमिल नहीं होती.
रामेश्वर शर्मा का बयान, बदनाम करने की है साजिश: इस पत्र के सामने आने के बाद MLA रामेश्वर शर्मा ने भी जवाबी हमला बोला. उन्होने चुनौती देते हुए कहा कि, "जिस किसी को मुझसे शिकायत है वो स्वतंत्र है कि जिस भी फोरम पर जाकर शिकायत करना चाहता है करे. मैं अभी सीएम के कार्यक्रम की तैयारी में जुटा हुआ हूं और पूरा प्रदेश जानता है कि मैंने भोपाल की जनता के लिए क्या किया है. कांग्रेस के पास बस एक ही काम है जहां भी विकास का कार्य हो आलोचना करो. उन्हे आलोचवा करने के सिवाए कोई काम नहीं. ऐसे तो किसी के लिए कुछ भी उटपटांग लिख कर बदनाम कर दो. हिम्मत है तो जिसने ये पत्र लिखा है सामने आए और आरोप साबित करे".
सिक्स लेन के न्यौते पर भी उठे सवाल : भोपाल के कोलार इलाके की जिस सिक्स लेन सड़क (Six lane of Kolar Bhopal) को लेकर ये चिट्ठी चल रही है. उसके न्यौते को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. असल में इसका जो आमंत्रण पत्र है, उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सीएम शिवराज के बाद सीधे विधायक रामेश्वर शर्मा की तस्वीर है. न्यौते में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा को जगह नहीं मिली. इस मामले में एतराज़ और सहानुभूति कांग्रेस की ओर से भी आई है . कांग्रेस की मीडिया सेल की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने ट्वीट कर सवाल किया है कि संगठन को सर्वोपरि मानने वाले बीजेपी नेता अपने ही प्रदेश अध्यक्ष को आमंत्रण पत्र में कोई स्थान नहीं देते.
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कांग्रेस ने भी उठाए सवाल : कांग्रेस ने पूछा है कि बार-बार प्रदेश अध्यक्ष को ही क्यों नज़रअंदाज़ किया जाता है. चिट्ठी पर कांग्रेस का तंज़ चंदा मामा हैं. चिट्ठी वायरल होते हुए कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष नरेन्द्र सलूजा ने चुटकी ली है और कहा है कि ये पत्र किसने लिखा, सच है या झूठ यह तो जाँच का विषय है. लेकिन यह ज़रूर सच है कि चंदा मामा के नाम से जाने जाने वाले उक्त विधायक की निरंतर जारी चौथ वसूली से भोपाल के व्यापारी बेहद परेशान हैं. भाजपा नेतृत्व को पत्र में लिखी बातों को गंभीरता से लेना चाहिये. इस मामले में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा से ईटीवी भारत ने कई बार संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो सकी. (MP politics Letter bomb) (BJP MLA Rameshwar Sharma) (Aaccused of collecting Chauth) (Congress jumped BJP politics)