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MP Omicron Variant Alert: सीएम ने माना जनवरी में बढ़ सकते हैं मामले, तैयारी का किया दावा लेकिन 27 जिलों में PICU अधूरे

MP corona update: जिस तरह से देश के कई राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट के केस सामने आए हैं, उस हालात में मध्य प्रदेश में ओमीक्रोन का खतरा (MP Omicron Variant Alert) बढ़ता जा रहा है. हालांकि शिवराज सरकार (Shivraj government on Omicron Variant) लगातार ये दावा कर रही है कि तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी पूरी है, लेकिन क्या वाकई मध्य प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग इस महामारी से लड़ने के लिए तैयार है.

MP  third wave
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन
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Published : Dec 7, 2021, 8:06 PM IST

Updated : Dec 7, 2021, 10:44 PM IST

भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश से सटे तीन राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Corona New Variant Omicron MP) के मरीज मिलने के बाद प्रदेश में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है. सरकार भी अलर्ट मोड पर है, लगातार बैठकें की जा रही है. अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए जा रहे हैं. शिवराज सरकार दावा कर रही है कि तीसरी लहर अगर आती है, तो उससे लड़ने की पूरी तैयारी है. लेकिन प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कुछ और ही हकीकत बयां कर रही है (MP corona update).

New Guideline for Film Shooting: नई गाइडलाइन तैयार, एमपी में फिल्म शूटिंग से पहले कलेक्टर से लेनी होगी अनुमति

एमपी में ओमीक्रोन का कितना खतरा (MP Omicron Variant Alert)
देश-दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दहशत है. भारत में चंद दिनों में ही 23 केसेस सामने आ चुके हैं. फिलहाल ओमीक्रोन ज्यादातर उन मरीजों में मिल रहा है जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री दक्षिण अफ्रीका रही है. अब तक पांच अलग-अलग राज्यों में 23 ओमीक्रोन (Omicron cases in India) के मरीज मिले हैं. इनमें कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान शामिल हैं. वहीं गोवा के संदिग्ध केस कन्फर्म होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है. मध्य प्रदेश के लिए टेंशन की बात ये है कि इन पांच राज्यों में से तीन राज्य गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की सीमा मध्य प्रदेश से लगती है. ऐसे में मध्य प्रदेश में भी (omicron alert in mp) ओमीक्रोन को लेकर अलर्ट रहने की सख्त जरूरत है.

मध्यप्रदेश के 3 राज्यों से लगे हैं ये जिले (Omicron in neighboring state of MP)
राजस्थान की सीमा से प्रदेश के 10 जिले लगते हैं. इनमें झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना शामिल हैं. गुजरात की सीमा से दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर हैं. वहीं, महाराष्ट्र की सीमा से 8 जिले बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट लगते हैं. बता दें कि भारत में सबसे पहले दो मरीज कर्नाटक में 2 दिसंबर को मिले थे. सबसे ज्यादा केस रविवार को मिले. अब महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 10 ओमीक्रोन संक्रमित मरीज हैं. अभी ओमीक्रोन मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है, क्योंकि हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए गए हैं. बड़ी बात यह है कि इनमें कई लोग ऐसे हैं जो कोरोना की दोनों डोज ले चुके हैं, फिर भी संक्रमित हो गए.

जनवरी में आ सकती है तीसरी लहर

जनवरी में आ सकती है तीसरी लहर- सीएम ( MP CM Shivraj On third wave)

सीएम शिवराज सिंह लगातार प्रदेश में कोरोना के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. मंगलवार को भोपाल में कैबिनेट मीटिंग के दौरान भी नए वरिएंट पर चर्चा हुई. इस दौरान सीएम ने आशंका जताई की प्रदेश में जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. हालांकि इससे निपटने के लिए उन्होंने वैक्सीनेशन और अस्पताल में दुरुस्त व्यवस्था पर जोर दिया.

27 जिलों में पीआईसीयू (Pediatric ICU in MP) का काम अधूरा

माना जा रहा है कि ओमीक्रोन वेरिएंट की वजह से प्रदेश और देश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी. वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद प्रदेश के जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार करने के निर्देश दिए गए थे. इसके पीछे बड़ी वजह कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को बताया गया था. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई समीक्षा बैठक में सामने आया है कि प्रदेश के करीब 27 जिलों में पीडियाट्रिक आईसीयू अभी भी ठीक से तैयार नहीं हो सके हैं. इन जिलों में सीहोर, राजगढ़, रायसेन, हरदा, बैतूल, टीकमगढ़, सागर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, शिवपुरी, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, अशोकनगर, कटनी, बालाघाट, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली जिले शामिल है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने माना कि कई जिलों में पीआईसीयू शुरू नहीं हो सके, हालांकि इसको लेकर सभी तैयारियां हो चुकी हैं. इन सभी जिलों में पीआईसीयू शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.

125 ऑक्सीजन प्लांट ही दुरुस्त बाकी में सुधार की जरूरत (Oxygen plant in MP)

उधर कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा परेशानी ऑक्सीजन को लेकर आई थी. इसके बाद मध्यप्रदेश में 205 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए थे, लेकिन करीब 80 प्लांट अभी भी काम नहीं कर रहे. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के मुताबिक 205 स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 180 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है, इन सभी को पिछले दिनों टेस्ट करके देखा गया है. हालांकि इसमें से 125 ही परफेक्ट मिले हैं बाकी ऑक्सीजन प्लांट में कमियां है, जिसे ठीक किए जाने की बात हो रही है.

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सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा- स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister Prabhuram Choudhary on corona)

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है. वहीं मध्यप्रदेश में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन के लिए डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है, लोगों से भी लगातार अपील की जा रही है कि लोग बढ़-चढ़कर वैक्सीनेशन में हिस्सा लें और जो भी लोग वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज से बच गए हैं वह वैक्सीन जरूर लगवाएं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग भी कोरोना से बचाव के लिए सतर्क रहें, मास्क का उपयोग जरूर करें और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें. कोरोना गाइडलाइन (MP corona guildeline) का पालन करने की बात करते हुए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है.

जबलपुर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी (Jabalpur Health Department alert)

अब तक के दावे बताते हैं कि तीसरी लहर से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे. ऐसे में जबलपुर स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी की है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ संजय मिश्रा ने दावा किया कि सरकारी अस्पतालों में इंतजाम लगभग पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा जिले में जो बच्चों के निजी अस्पताल को भी अलर्ट किया गया है. मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पतालों के भी पेडियाट्रिक वार्डो को अलर्ट मोड में रखा गया है, जहां आवश्यकता पड़ने पर बच्चों को भर्ती किया जा सके. जिले में आईसीयू में बच्चो के लिए जहां 23 बेड ऑक्सीजन के साथ उपलब्ध हैं, वहीं महज 8 बेड पीआईसीयू के है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सिविल अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बेड उपलब्ध किए जा रहे हैं,जो कि 10 दिनों के भीतर तैयार हो जाएंगे.

एमपी में कोरोना को लेकर तैयारी
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बुधवार को टीकाकरण महाअभियान (MP corona Vaccination)

सीएम शिवराज ने कहा कि कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करना है. अभी 70 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को दूसरा टीका लगा है, बुधवार को टीकाकरण का महाअभियान है, यदि कोई पूर्व नियोजित कार्यक्रम नहीं है तो सभी प्रभारी मंत्री जिले में रहें और टीकाकरण केंद्र जरूर जाएं. इससे माहौल बनता है. कलेक्टर और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों से बात करें. स्वयं भी टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करें और दूसरों से भी अपील कराएं. दिसंबर में टीकाकरण का काम पूरा करना है, इससे गंभीर रुप से बीमार होने से बचा जा सकेगा. उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिए कि प्रभार के जिलों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों की रिपोर्ट तैयार करें.

कलेक्टर देंगे फिल्म शूटिंग की अनुमति (MP corona new guideline for film shooting)

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश में फिल्म और वेब सीरीज की शूटिंग को लेकर पिछले दिनों हुए विवाद के बाद इसको लेकर गाइडलाइन बनाने के निर्देश दिए गए थे. गृह विभाग ने फिल्म शूटिंग को लेकर गाइडलाइन तैयार कर ली है, अब फिल्म निर्माताओं को फिल्म की शूटिंग के पहले संबंधित जिले के कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी. फिल्म निर्माताओं को फिल्म से जुड़े तमाम बिंदुओं की जानकारी कलेक्टर को देनी होगी, इसके बाद संबंधित कलेक्टर फिल्म शूटिंग की अनुमति पत्र जारी करेंगे. बताया जा रहा है कि गाइड लाइन में फिल्म निर्माताओं को फिल्म के विषय और स्क्रिप्ट के विवादित अंश की जानकारी भी बतानी होगी.

भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश से सटे तीन राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Corona New Variant Omicron MP) के मरीज मिलने के बाद प्रदेश में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है. सरकार भी अलर्ट मोड पर है, लगातार बैठकें की जा रही है. अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए जा रहे हैं. शिवराज सरकार दावा कर रही है कि तीसरी लहर अगर आती है, तो उससे लड़ने की पूरी तैयारी है. लेकिन प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कुछ और ही हकीकत बयां कर रही है (MP corona update).

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एमपी में ओमीक्रोन का कितना खतरा (MP Omicron Variant Alert)
देश-दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दहशत है. भारत में चंद दिनों में ही 23 केसेस सामने आ चुके हैं. फिलहाल ओमीक्रोन ज्यादातर उन मरीजों में मिल रहा है जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री दक्षिण अफ्रीका रही है. अब तक पांच अलग-अलग राज्यों में 23 ओमीक्रोन (Omicron cases in India) के मरीज मिले हैं. इनमें कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान शामिल हैं. वहीं गोवा के संदिग्ध केस कन्फर्म होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है. मध्य प्रदेश के लिए टेंशन की बात ये है कि इन पांच राज्यों में से तीन राज्य गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की सीमा मध्य प्रदेश से लगती है. ऐसे में मध्य प्रदेश में भी (omicron alert in mp) ओमीक्रोन को लेकर अलर्ट रहने की सख्त जरूरत है.

मध्यप्रदेश के 3 राज्यों से लगे हैं ये जिले (Omicron in neighboring state of MP)
राजस्थान की सीमा से प्रदेश के 10 जिले लगते हैं. इनमें झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना शामिल हैं. गुजरात की सीमा से दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर हैं. वहीं, महाराष्ट्र की सीमा से 8 जिले बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट लगते हैं. बता दें कि भारत में सबसे पहले दो मरीज कर्नाटक में 2 दिसंबर को मिले थे. सबसे ज्यादा केस रविवार को मिले. अब महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 10 ओमीक्रोन संक्रमित मरीज हैं. अभी ओमीक्रोन मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है, क्योंकि हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए गए हैं. बड़ी बात यह है कि इनमें कई लोग ऐसे हैं जो कोरोना की दोनों डोज ले चुके हैं, फिर भी संक्रमित हो गए.

जनवरी में आ सकती है तीसरी लहर

जनवरी में आ सकती है तीसरी लहर- सीएम ( MP CM Shivraj On third wave)

सीएम शिवराज सिंह लगातार प्रदेश में कोरोना के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. मंगलवार को भोपाल में कैबिनेट मीटिंग के दौरान भी नए वरिएंट पर चर्चा हुई. इस दौरान सीएम ने आशंका जताई की प्रदेश में जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. हालांकि इससे निपटने के लिए उन्होंने वैक्सीनेशन और अस्पताल में दुरुस्त व्यवस्था पर जोर दिया.

27 जिलों में पीआईसीयू (Pediatric ICU in MP) का काम अधूरा

माना जा रहा है कि ओमीक्रोन वेरिएंट की वजह से प्रदेश और देश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी. वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद प्रदेश के जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार करने के निर्देश दिए गए थे. इसके पीछे बड़ी वजह कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को बताया गया था. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई समीक्षा बैठक में सामने आया है कि प्रदेश के करीब 27 जिलों में पीडियाट्रिक आईसीयू अभी भी ठीक से तैयार नहीं हो सके हैं. इन जिलों में सीहोर, राजगढ़, रायसेन, हरदा, बैतूल, टीकमगढ़, सागर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, शिवपुरी, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, अशोकनगर, कटनी, बालाघाट, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली जिले शामिल है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने माना कि कई जिलों में पीआईसीयू शुरू नहीं हो सके, हालांकि इसको लेकर सभी तैयारियां हो चुकी हैं. इन सभी जिलों में पीआईसीयू शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.

125 ऑक्सीजन प्लांट ही दुरुस्त बाकी में सुधार की जरूरत (Oxygen plant in MP)

उधर कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा परेशानी ऑक्सीजन को लेकर आई थी. इसके बाद मध्यप्रदेश में 205 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए थे, लेकिन करीब 80 प्लांट अभी भी काम नहीं कर रहे. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के मुताबिक 205 स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 180 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है, इन सभी को पिछले दिनों टेस्ट करके देखा गया है. हालांकि इसमें से 125 ही परफेक्ट मिले हैं बाकी ऑक्सीजन प्लांट में कमियां है, जिसे ठीक किए जाने की बात हो रही है.

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सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा- स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister Prabhuram Choudhary on corona)

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है. वहीं मध्यप्रदेश में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन के लिए डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है, लोगों से भी लगातार अपील की जा रही है कि लोग बढ़-चढ़कर वैक्सीनेशन में हिस्सा लें और जो भी लोग वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज से बच गए हैं वह वैक्सीन जरूर लगवाएं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग भी कोरोना से बचाव के लिए सतर्क रहें, मास्क का उपयोग जरूर करें और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें. कोरोना गाइडलाइन (MP corona guildeline) का पालन करने की बात करते हुए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है.

जबलपुर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी (Jabalpur Health Department alert)

अब तक के दावे बताते हैं कि तीसरी लहर से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे. ऐसे में जबलपुर स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी की है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ संजय मिश्रा ने दावा किया कि सरकारी अस्पतालों में इंतजाम लगभग पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा जिले में जो बच्चों के निजी अस्पताल को भी अलर्ट किया गया है. मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पतालों के भी पेडियाट्रिक वार्डो को अलर्ट मोड में रखा गया है, जहां आवश्यकता पड़ने पर बच्चों को भर्ती किया जा सके. जिले में आईसीयू में बच्चो के लिए जहां 23 बेड ऑक्सीजन के साथ उपलब्ध हैं, वहीं महज 8 बेड पीआईसीयू के है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सिविल अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बेड उपलब्ध किए जा रहे हैं,जो कि 10 दिनों के भीतर तैयार हो जाएंगे.

एमपी में कोरोना को लेकर तैयारी
ओमीक्रोन का खौफ, शिवराज समेत पूरी कैबिनेट उतरेगी मैदान में! प्रभारी मंत्री देंगे रिपोर्ट, छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम होगा शंकर शाह के नाम पर

बुधवार को टीकाकरण महाअभियान (MP corona Vaccination)

सीएम शिवराज ने कहा कि कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करना है. अभी 70 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को दूसरा टीका लगा है, बुधवार को टीकाकरण का महाअभियान है, यदि कोई पूर्व नियोजित कार्यक्रम नहीं है तो सभी प्रभारी मंत्री जिले में रहें और टीकाकरण केंद्र जरूर जाएं. इससे माहौल बनता है. कलेक्टर और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों से बात करें. स्वयं भी टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करें और दूसरों से भी अपील कराएं. दिसंबर में टीकाकरण का काम पूरा करना है, इससे गंभीर रुप से बीमार होने से बचा जा सकेगा. उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिए कि प्रभार के जिलों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों की रिपोर्ट तैयार करें.

कलेक्टर देंगे फिल्म शूटिंग की अनुमति (MP corona new guideline for film shooting)

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश में फिल्म और वेब सीरीज की शूटिंग को लेकर पिछले दिनों हुए विवाद के बाद इसको लेकर गाइडलाइन बनाने के निर्देश दिए गए थे. गृह विभाग ने फिल्म शूटिंग को लेकर गाइडलाइन तैयार कर ली है, अब फिल्म निर्माताओं को फिल्म की शूटिंग के पहले संबंधित जिले के कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी. फिल्म निर्माताओं को फिल्म से जुड़े तमाम बिंदुओं की जानकारी कलेक्टर को देनी होगी, इसके बाद संबंधित कलेक्टर फिल्म शूटिंग की अनुमति पत्र जारी करेंगे. बताया जा रहा है कि गाइड लाइन में फिल्म निर्माताओं को फिल्म के विषय और स्क्रिप्ट के विवादित अंश की जानकारी भी बतानी होगी.

Last Updated : Dec 7, 2021, 10:44 PM IST
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