भोपाल। नर्सों की हड़ताल के साथ ही पैरामेडिकल और फॉर्मिस्ट ने स्ट्राइक शुरू कर दी है. मंगलवार को दूसरे दिन यह स्टॉफ अस्पताल में नहीं पहुंचा. जिसके चलते लगातार मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भोपाल के जेपी और काटजू अस्पताल में इन सभी ने धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की. पिछले कई समय से सेकंड ग्रेड पे की मांग कर रही है, लेकिन बार-बार सरकार उसको लेकर आश्वासन तो देता है, लेकिन आदेश अभी तक नहीं निकाले गए. भोपाल से करीब 3 हजार स्टॉफ हड़ताल पर हैं.
बड़े ऑपरेशन को टाल दिए गए: इतने अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर एक साथ चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था में भी चरमरा गई है. भोपाल के जेपी और काटजू अस्पताल में 15 से अधिक ऑपरेशन टाल दिए गए हैं. जेपी अस्पताल के अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि "फिलहाल बड़े ऑपरेशन टाल दिए गए हैं, लेकिन जो स्टाफ हड़ताल पर गया है. उनके रिप्लेसमेंट में आयुष डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है. सारी व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए गए."
नर्सिंग ऑफिसर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर: मेडिकल स्टॉफ 10 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेश भर की नर्सिंग ऑफिसर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं. सभी प्रदेश सरकार से अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रही थी. अब के समर्थन में पैरामेडिकल स्टाफ और फॉर्मिस्ट भी हड़ताल में शामिल हो गए है. भोपाल के जेपी और काटजू अस्पताल में इन सभी ने धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की. इनका कहना है कि "यह पिछले कई समय से सेकंड ग्रेड पे की मांग कर रही है, लेकिन बार-बार सरकार उसको लेकर आश्वासन देता है आदेश अभी तक नहीं निकाले गए."
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हड़ताली नर्स की मांग: हड़ताली नर्सेज के समर्थन में नर्सिंग स्टूडेंट्स भी आ गई है. इन्होंने भी यहां अस्पताल के बाहर बैठकर जमकर नारेबाजी की. जो नर्सिंग स्टूडेंट्स यहां पर आती है. उनका स्टाइपेंड बढ़ाया जाए. साथ ही नर्सिंग ट्यूटर का गेट पर एवं पद सृजित किए जाएं, ताकि उनको भी आगे चलकर बेहतर मौका मिल सके. जबकि नाइट अलाउंस में भी यह सभी बढ़ोतरी की मांग कर रही हैं. 300 रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता इन्हें दिया जाना चाहिए. वेतन वृद्धि और पदोन्नति का भी अभी तक इनको लाभ नहीं मिल पाया है.