भोपाल। घर से भागकर भोपाल आए किशोर ने बताया कि वह अपने से आठ साल बड़ी युवती से मिलना चाहता था. वह उसे सोशल मीडिया पर पसंद करने लगा था. हालांकि उससे पहले ही किशोर को रेलवे चाइल्ड लाइन द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया. काउंसलिंग के बाद बाल कल्याण समिति के आदेश पर किशोर को उसके परिवार को सौंप दिया गया है.
एक साल पहले हुई दोस्ती : किशोर यूपी के संभ्रांत परिवार का है. परिवार में अधिकांश लोग शासकीय सेवा में कार्यरत हैं. किशोर ने बताया कि उसके पास अपना पर्सनल टैब है. एक साल पहले उसकी बातचीत भोपाल में रहने वाली युवती से शुरू हुई. धीरे-धीरे वह युवती को पसंद करने लगा. किशोर के मुताबिक युवती को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह भोपाल आ रहा है. वह उसे सरप्राइज देना चाहता था. किशोर ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि परिजनों को महसूस हुआ कि वह लड़की से चैट करता है, इस बात की जानकारी परिवार को लग चुकी है.
सोशल मीडिया पर दोस्ती, युवक से मिलने स्वीडन से मुंबई आ गई किशोरी
परिवार वाले किशोर को लेने पहुंचे : किशोर ने बताया कि मां और कजिन भाई ने उसे बातों-बातों में कहा था कि ज्यादा चैटिंग ठीक नहीं है. ऐसे में उसे डर लगने लगा कि पूरे परिवार को जानकारी लग जाएगी. इसलिए वह घर में रखे पैसे लेकर निकल गया. रेलवे चाइल्ड लाइन कोर्डिनेटर संजीव जोशी ने बताया कि किशोर के परिवार का माहौल काफी अच्छा है. बच्चे को लेने आए परिजन और बच्चे के बीच भी अच्छी बॉन्डिंग नजर आई. पिता ने बच्चे को समझाते हुए यह तक कहा कि एक बार अपने मन की बात हमें बताते तो हम खुद तुम्हें भोपाल लेकर आते. Friendship social media, teenager reached Bhopal, Meet girl 8 years older, Child line Bhopal