भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप कैस की जांच के लिए बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के मुकिया रहे विपिन माहेश्वरी को अब एमपी एटीएस का चीफ बनाया गया है. साथ ही उन्हें स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नति भी दी गई है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ये नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है. शासन ने भारतीय पुलिस सेवा के 1990 बैच के अधिकारी विपिन कुमार माहेश्वरी को पदोन्नति देकर महानिदेशक के वेतनमान दिया है. इस बारे में गृह विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी किया.
अभी पीएचक्यू में एसटीएफ चीफ हैं : IPS विपिन कुमार माहेश्वरी इस समय पुलिस मुख्यालय भोपाल में ADGP STF चीफ हैं और ADGP दूरसंचार का अतिरिक्त प्रभार भी उनके के पास है. शासन ने उन्हें इन्हीं जिम्मेदारियों के साथ स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नत किया है. बता दें कि तीन साल पहले हनी ट्रैप मामले में एडीजी एसटीएफ विपिन माहेश्वरी को एसआईटी का नया चीफ बनाया था. तब उनको चीफ बनाने पर हल्का विवाद भी हुआ था, क्योंकि तब एसआईटी के सदस्य मिलिंद कानस्कर एडीजी माहेश्वरी से एक बैच सीनियर थे.
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पहले बने थे सीए, फिर आईपीएस : विपिन माहेश्वरी ने आईपीएस बनने के तीन साल पहले सीए बनकर अपनी अलग पहचान बना ली थी. आपने बी.कॉम. ऑनर्स के बाद चार्टड अकाउंटेट की परीक्षा न केवल उत्तीर्ण की, बल्कि नई दिल्ली में 2 वर्ष तक व्यवसाय भी किया. लेकिन उनके दिमाग में ब्यूरोक्रेसी के भीतर जाने का सपना था और यूपीएससी की परीक्षा देकर 1990 बैच में वे आईपीएस बने. विपिन माहेश्वरी मूल रूप से जैसलमेर राजस्थान के रहने वाले हैं. आईपीएस में चयन होने के बाद एसडीओपी बरेली रायसेन, एएसपी श्योपुर एवं एएसपी ग्वालियर के पद पर पदस्थ रहे.