भोपाल। मध्य प्रदेश में सीएम पद की ताजपोशी हो गई है. नए सीएम मोहन यादव ने आज शपथ ले ली. उनके साथ दो डिप्टी सीएम ने भी शपथ ली. विंध्य क्षेत्र से आने वाले राजेन्द्र शुक्ला और मालवा क्षेत्र से आने वाले जगदीश देवड़ा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
शपथ के बाद समर्थकों का जोश हाई: शपथ लेने के बाद जगदीश देवड़ा के समर्थकों को जोश हाई है. उनके घर पर शपथ लेने के बाद समर्थकों की जमकर भीड़ उमड़ी. ढोल नगाड़ों और गुलदस्तों के साथ उनका स्वागत किया गया. उनके समर्थकों की गर्मजोशी देखते ही बन रही थी. होड़ लगी थी कि कौन उनको फूल माला पहले पहनाएगा और कौन मिठाई खिलाएगा.
ईटीवी भारत ने की खास बातचीत: ईटीवी भारत के संवाददाता सरस्वतीचंद्र ने डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा से खास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने कहा कि वह पार्टी के छोटे से कार्यकर्ता हैं और पार्टी ने उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाकर कृतज्ञ किया है.उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसका ईमानदारी से निर्वहन करता रहूंगा.
मेरी प्राथमिकता पूरा मध्यप्रदेश है: खास बातचीत में जगदीश देवड़ा का कहना है कि मैं किसी क्षेत्र का नहीं बल्कि मेरी प्राथमिकता पूरा मध्य प्रदेश है. विकास का जो बीजेपी का एजेंडा है,उसे आगे बढ़ाऊंगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी में ऐसा होता है कि छोटे कार्यकर्ता को बड़ा पद मिलता है.
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जगदीश देवड़ा की प्रोफाइल पर एक नजर: 66 साल के जगदीश देवड़ा मालवा क्षेत्र से आते हैं. एससी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े हैं और मालवा के वोटर्स में अच्छा दबदबा रखते हैं. तेज तर्रार और इमानदार नेता के रूप में जाने जाते हैं. इस बार वह सातवीं बार विधायक बने हैं. उन्होंने श्यामलाल जोकचंद को 59 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया.
जन्म और शिक्षा: उनका जन्म नीमच जिले के रामपुरा गांव में 1957 में हुआ.एमए और एलएलबी की पढ़ाई की है. पेशे से वकील हैं. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र जीवन से हुई.1979 में वे रामपुरा के शासकीय कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष बने थे. बाद में वे बीजेपी में कई पदों पर रहे. जगदीश देवड़ा 1990 में पहली बार विधायक बने. इसके बाद 1993 में दूसरी बार फिर विधायक चुने गए. 1998 में भी वे चुनाव जीते. 2003 में लागतार चौथी जीत के बाद उमा भारती मंत्रिमंडल में पहली बार राज्यमंत्री बनाए गए थे. इसके बाद 2005 में सीएम शिवराज सिंह मंत्रिमंडल में मंत्री बने. 2008 और 2018 में भी मंत्रिमंडल में शामिल हुए. पिछले मंत्रिमंडल में वे वित्तमंत्री के पद पर रहे.