भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल में नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जांच शुरू कर दी है. दरअसल पिछले दिनों कांग्रेस ने मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के साथ सौंपे गए दस्तावेजों के आधार पर लोकायुक्त ने मामला पंजीबद्ध कर इसकी जांच शुरू कर दी है. विधानसभा चुनाव के पहले यह मामला शिवराज सरकार के मंत्री के लिए मुसीबत बन सकता है.
कांग्रेस ने यह लगाए थे आरोप: पिछले दिनों कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और प्रकोष्ठ प्रभारी जेपी धनोपिया और आरटीआई प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने शिवराज सिंह सरकार में नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह पर अनुपात हीन संपत्ति के आरोप लगाए थे. अपने आरोपों में कांग्रेस ने कहा था कि मंत्री भूपेंद्र सिंह और उनके परिजनों ने पिछले 10 वर्ष के दौरान लगभग 46 करोड़ की अकूत संपत्ति अर्जित की है.
इसके अलावा उनके द्वारा आश्चर्यजनक रूप से साल 2018-19 में लगभग 7 करोड रुपए वार्षिक आय होने संबंधी रिटर्न प्रस्तुत किए थे, जो भूपेंद्र सिंह द्वारा अर्जित अनुपात हीन एवं आय से अधिक संपत्ति को बताता है. कांग्रेस ने इसको लेकर लोकायुक्त में भी शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस के आरोप के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने मंत्री द्वारा लोकसेवक रहते अर्जित की गई संपत्ति के संबंध में जांच पंजीबद्ध कर ली है.
8 अगस्त तक प्रतिवेदन मांगा: इस मामले में विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त ने पुलिस महानिदेशक से 8 अगस्त तक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा है. विधानसभा चुनाव के ठीक पहले शिवराज सरकार के सीनियर मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से सरकार के सामने चुनाव में मुसीबत खड़ी हो सकती है. हालांकि कांग्रेस के आरोपों के बाद मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस द्वारा झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं उनकी जो भी संपत्ति है वह पुश्तैनी है.