भोपाल। एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती शराब नीति को लेकर मंदिर में डेरा जमाई हैं. वह लगातार सीएम से मुकर होकर सवाल कर रहीं हैं. उमा के सवाल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है. सीएम ने कहा कि, उमा दीदी सम्मानित नेता होने के साथ समाज सुधारक भी हैं. वो जो भी मुद्दे उठाती हैं जनता के हित में उठाती हैं. हम सभी उनको आदर और श्रद्धा की दृष्टि से देखते हैं. पहले भी कई मुद्दे उठाए हैं. चाहे राम मंदिर का मुद्दा हो या बाकी सामाजिक आध्यात्मिक मूवमेंट हम सभी उनके विचारों का सम्मान करते हैं.
मंदिर में जमाया डेरा: प्रदेश में शराब के मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शिवराज सरकार को घेरने में जुटी हैं. अब उमा भारती ने शराब नीति जारी होने तक अपना सरकारी बंगला छोड दिया है. भोपाल के अयोध्या नगर स्थित हनुमान मंदिर में अपना डेरा जमा लिया है. उमा भारती ने कहा कि, अगले तीन दिन में वह इस मंदिर में ही रहेंगी. 31 जनवरी को कैबिनेट की बैठक में प्रदेश की आवकारी नीति को अनुमोदन के लिए रखा जाएगा. उमा भारती ने कहा है कि, इस आबकारी नीति को इसी मंदिर में बैठकर सुनुंगी.
पहले भी खोल चुकी हैं मोर्चा: उमा भारती ने अक्टूबर माह में प्रदेश में शराब बंदी को लेकर महिलाओं के साथ मार्च किया था. पिछले दिनों उमा भारती ने मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात की थी और कहा था कि, उनके द्वारा भेजे गए परामर्श को ज्यों का त्यों लागू किया जाए. इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि, मैं बीजेपी और शिवराज की विरोधी नहीं हूं मैं सिर्फ शराब की दुश्मन हूं.
Uma Bharti Shivraj Tussle मैं CM शिवराज नहीं, शराब की नीति के खिलाफ, संशोधन पर हो रहा है विचार
शराब दुकान हटाने की मांग: मध्यप्रदेश में धार्मिक और शैक्षणिक संस्थानों के आसपास खुली शराब की दुकानों को लेकर उमा भारती लगातार मुखर हैं. बरखेड़ा पठानी स्थित शराब की दुकान पर तो उन्होंने बाकायदा पत्थरबाजी भी की थी. उनका कहना है कि, शराब की दुकान एकदम हटकर होना चाहिए. उसको लेकर स्पष्ट नीति होनी चाहिए. जब उमा भारती से पूछा गया कि, यदि डेडलाइन तक उनकी मंशा अनुसार शराब नीति नहीं बनती है तो वह क्या करेगी.? इसके जवाब में उमा भारती ने कहा कि, 'मैं आपको 1 फरवरी को दोबारा बुला लूंगी. फिर बताऊंगी कि मैं क्या करूंगी.