भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग निजी अस्पतालों की वसूली को लेकर सख्त कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन को निजी अस्पतालों की शिकायत मिल रही थीं कि मरीजों से उपचार के लिए ज्यादा पैसा लेकर उन्हें बड़े बिल थमाए जा रहे हैं. अनएथिकल मेडिकल प्रैक्टिस के खिलाफ सरकार ने कदम उठाए हैं. अभी तक मध्य प्रदेश में ऐसे 61 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. अस्पताल प्रबंधन ने मरीज और उनके परिजनों से 7 लाख 34 हजार रुपये की धनराशि अधिक वसूली. उन्होंने कहा कि यह धनराशि मरीज और उनके परिजनों को वापस दी गई है. इसके तहत सरकार ने 33 अस्पतालों को नोटिस भेजा गया है. वहीं दो अस्पतालों का लाइसेंस सस्पेंड किया गया और 22 अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
इन अस्पतालों पर हुई करवाई
- भोपाल में नौ अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. यहां से 2 लाख 80 हजार रुपये मरीजों के परिजनों को वापस दिलवाए गए.
- इंदौर में 20 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई. वहीं 11 अस्पतालों को नोटिस दिया गया है, जिनमें से दो अस्पतालों का लाइसेंस सस्पेंड किया गया है. इसके अलावा सात अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.
- जबलपुर में तीन अस्पतालों के खिलाफ करवाई हुई. लगभग 1 लाख 10 हजार रुपये वसूल कर परिजनों को सौंपे गए हैं. वहीं तीन अस्पतालों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है.
- ग्वालियर में 18 अस्पतालों के खिलाफ करवाई हुई है. लगभग 1 लाख 15 हजार रुपये परिजनों को अस्पताल से वापस दिलवाए गए. वहीं 15 अस्पतालों को नोटिस दिया गया और तीन अस्पतालों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है.
- उज्जैन में चार अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई. डेढ़ लाख रुपये यहां के अस्पतालों से मरीज के परिजनों को दिलवाए गए. वहीं दो अस्पताल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
- विदिशा में एक अस्पताल के खिलाफ एक्शन लिया गया और FIR भी दर्ज की गई.
- बैतूल में दो अस्पतालों के खिलाफ एक्शन लिया गया. लगभग 53 हजार रुपये प्रशासन द्वारा अस्पतालों से परिजनों को वापस करवाए गए.
- शाजापुर में एक अस्पताल के खिलाफ एक्शन लिया गया.
- सागर में एक के खिलाफ एक्शन हुआ.
- हरदा में एक अस्पताल को नोटिस दिया गया. यहां से परिजनों को 25 हजार रुपये अस्पताल से वापस दिलवाए गए.
- गुना में एक अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई हुई और FIR भी दर्ज की गई है.
21 लोगों पर हुई एनएसए की कार्रवाई
इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर कुल 21 लोगों पर एनएसए की कार्रवाई की गई, जिसमें से 20 लोगों पर रेमेडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर कार्रवाई की गई और एक पर ऑक्सीजन की कालाबाजारी को लेकर रासुका लगाई गई. कार्रवाई इंदौर में 9 लोगों पर, उज्जैन में 8 और ग्वालियर में एक पर की गई है.
Good News: MP में घटे कोविड संक्रमण के मामले, देश में 14वें स्थान पर आया प्रदेश
लगातार घट रही पॉजिटिविटी दर
21 अप्रैल को एक्टिव केस के मामले में मध्य प्रदेश देश में सातवें नंबर पर था, जो अब 14वें नंबर पर आ गया है. 30 अप्रैल को मध्य प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 21.12% थी, जो आज घट कर 17.94% हो गई है. प्रदेश में रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है. 30 अप्रैल को 82.88 प्रतिशत था आज वह बढ़कर 84.33% हो गया है.