भोपाल। एमपी के पूर्व आईपीएस और डीजी होमगार्ड रहे पवन जैन रिटायरमेंट के बाद अब राजस्थान की राजाखेड़ा सीट से इस विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होने बताया कि वे जल्द ही बीजेपी की औपचारिक सदस्यता लेने जा रहे हैं. पवन जैन का कहना है कि "बीते 70 सालों से राजस्थान में बीजेपी के लिए चुनौती रही इस सीट पर वे बीजेपी को जीत दिलाएंगे."
रिटायरमेंट प्लान में राजनीति किसलिए: हांलाकि अटकलें तो ये थी कि पूर्व आईपीएस पवन जैन इस्तीफा देकर राजस्थान की राजाखेड़ा विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं, लेकिन हाल ही में रिटायर हुए पवन जैन अब पूरी तरह से राजनीति में कदम रखने के साथ दावेदार की राजस्थान की राजाखेड़ा विधानसभा सीट से दावेदारी की तैयारी में है.
ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि "राजाखेड़ा मेरा घर है, जड़ों की ओर लौट रहा हूं मैं, लेकिन 36 साल से सेवा कार्यों के साथ राजाखेड़ा से मेरा जुड़ाव रहा है, अब वहां की जनता को मुश्किलों को निजात दिलाने मैंने राजाखेड़ा विधानसभा को अपने राजनीतिक क्षेत्र के तौर पर चुना है. सेवा कार्य करते हुए राजनीति में जाने का कोई प्लान नहीं था, लेकिन जिस तरह से वहां एक परिवार काबिज है, जिसने राजाखेड़ा के विकास को रोका हुआ है. जिस तरह से वहां आतंक का बोलबाला है, उससे निजात दिलाने वहां की जनता चाहती है कि मैं उनका प्रतिनिधित्व करूं और मैं भी संकल्पित हूं कि जहां जन्मा पला बढ़ा, इस मुकाम तक पहुंचा तो अपने लोगों को तो इस आतंक से निजात दिलाऊंगा ही."
बीजेपी से ही चुनाव लड़ने की तैयारी क्यों: पवन जैन बताते हैं "मैं विद्यार्थी परिषद का सदस्य रहा हूं, बीजेपी की विचारधारा से लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं. मेरी बुनियाद में बीजेपी है, इसलिए यही एक पार्टी है, जिससे राजनीतिक क्षेत्र में कदम रख सकता हूं. बचपन से मैं वक्ता रहा हूं, चूंकि अभी तक नौकरी से जुड़ा था, अब रिटायर हो चुका हूं, इसलिए जल्दी से जल्दी औपचारिका सदस्यता जरुरी है. जिससे अपनी दावेदारी पेश कर सकूं."
राजाखेड़ा से दावेदारी कितनी मजबूत: पवन जैन बताते हैं "राजाखेड़ा से 36 साल पहले निकला था, नौकरी के लिए जिस स्कूल में पढ़ा वो अब भी उसी हालत मे है. मैं सुधरवा रहा हूं, समाज सेवा के काम लगातार कर रहा था. जहां मेरी जड़ें हैं, जहां की पहचान हूं, मैं उस इलाके को कैसे छोड़ सकता हूं. इसलिए अब तक जैसा संभव बना समाज सेवा के जरिए मैंने प्रयास किया कि अपने लोगों की जिंदगी बदल सकूं, लेकिन अब भी जो वहां के लोगों में विरोधी पक्ष का भय है, जो उन पर मुकदमें लादे गए हैं वहां लोग इस माहौल से आजादी चाहते हैं और मुझे अपने प्रतिनिधि के तौर पर देखते हैं. पार्टी सर्वे करवाएगी तो उसमें स्प्ष्ट हो जाएगा, मैं कह सकता हूं कि 70 साल से बीजेपी के लिए दुर्गम रही ये सीट मैं जिता कर दूंगा."
खाकी के बाद खादी राजनीति बदलेगी क्या: पवन जैन से सवाल था खाकी के लोग अगर खादी पहनेंगे, राजनीति में आएंगे तो क्या बदल जाएगा. उनका जवाब था "जहां तक मेरी बात है, मैं जिस शुचिता के साथ पुलिस सेवा में रहा, उसी संकल्प के साथ राजनीति में आऊंगा. मैं इतने साल जो इंसाफ दिलाता रहा लोगों को पुलिस सेवा में अब राजनीति के जरिए ये संघर्ष शुरु होगा, अब राजाखेड़ा के लोगों को इंसाफ दिलाना है. लोगों को ये लगता है कि राजनीति ऐसे लोगों के लिए नहीं है कि जो शुचिता के साथ काम करें, राजनीति भी ईमानदारी और इबादत से हो सकती है. ईमानदारी केवल कहने की बात नहीं है, मैंने खुद 36 साल के अपने आचरण से इसे साबित किया है. मैं जब संस्कृति विभाग में आया तब कहा गया कि डंडे वाले लोग कलम क्या चलाएंगे, पर उस समय जो काम किया वो आप सबके सामने है."
राजनीति में नई इबारत लिखने जा रहा हूं: पवन जैन ने कहा कि "राजस्थान से राजनीति की शुरुआत के साथ मैं असल में नई इबारत लिखने जा रहा हूं, जिस राजाखेड़ा ने 36 साल पहले शुभकमानाओं के साथ मुझे मध्यप्रदेश भेजा था, अब उस राजाखेड़ा को उसका हक दिलाने का समय है."