भोपाल। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है. पिछले चुनाव के बाद कांग्रेस से बीजेपी में पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक और झटका लगा है. सिंधिया के करीबी नेता और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए रघुराज सिंह धाकड़ ने पाला बदल लिया है. धाकड़ ने सिंधिया व बीजेपी का साथ छोड़कर फिर कांग्रेस का पंजा थाम लिया है. गुरुवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली.
दिग्गज नेता हैं रघुराज सिंह धाकड़ : शिवपुरी के कोलारस के रघुराज सिंह धाकड़ समाज के प्रमुख नेता हैं. इनके अलावा चंदेरी से जजपाल सिंह यादव और यदुराज सिंह यादव ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली. कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह इन सभी नेताओं को लेकर कमलनाथ के आवास पर लेकर पहुंचे. सिंधिया समर्थक यादवेन्द्र सिंह यादव पहले ही कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं. इसके पहले सिंधिया के साथ कांग्रेस से बीजेपी में गए शिवपुरी के बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी नेता बैजनाथ सिंह यादव भी उनका साथ छोड़ चुके हैं.
बीजेपी में घुटन का माहौल : उनके साथ 15 से ज्यादा जनपद सदस्यों ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया. बैजनाथ सिंह यादव ने बीजेपी छोड़ने की वजह पार्टी में घुटन मेहसूस होना बताया. उन्होंने बताया कि सिंधिया खेमे में पटरी नहीं बैठ रही थी. वह कोलारस से टिकट चाहते हैं. दतिया जिले के सेवढ़ा से विधायक रहे राधेलाल बघेल भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने इसकी वजह पार्टी में पूछ-परख न होना बताया. उन्होंने कहा कि संगठन में बातों को अनसुना किया जा रहा था.
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ये नेता थाम चुके कांग्रेस का हाथ : इसके अलावा शिवपुरी में सिंधिया समर्थक रहे राकेश गुप्ता भी कांग्रेस भी आ चुके हैं. कटनी से विजयराघवगढ़ के पूर्व विधायक कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह भी पूर्व में कांग्रेस में आ चुके हैं. उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने पर बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी अपने मूल सिंद्धांत से भटक चुकी है. अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट से तीन बार विधायक रहे राव देशराज सिंह के बेटे यादवेन्द्र सिंह यादव ने भी पिछले दिनों बीजेपी छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. नरयावली से बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया के भाई हेमंत लारिया भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.