भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा हाल ही में पुलिस मुख्यालय में बैठक के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को रात्रि भ्रमण हेतु निर्देशित किया गया था. इन्हीं निर्देशों के अनुपालन में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात डीजीपी से लेकर एसपी तक के समस्त पुलिस अधिकारियों ने संपूर्ण प्रदेश के थानों का एक साथ औचक निरीक्षण किया. डीजीपी ने भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की बैठक भी ली. डीजीपी सुधीर सक्सेना ने बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात पुलिस थानों की जांच की. बड़ी संख्या में खड़े वाहनों को देखकर विधिसम्मत निराकरण के आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने थानों में लॉकअप, महिला सुरक्षा डेस्क तथा सीसीटीएनएस कार्य का निरीक्षण किया और मालखाने में अनावश्यक रूप से पड़े सामान के निराकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिए.
डीजीपी ने स्वयं चेक किए कम्प्यूटर : डीजीपी ने वारंट रजिस्टर का अवलोकन कर समन तथा वारंटों की तामीली की समीक्षा की. तामीली में सुधार लाने के निर्देश दिए. डीजीपी ने औबेदुल्लागंज और बिलखिरिया थाने के विभिन्न ग्रामों की विलेज क्राइम नोटबुक का अवलोकन किया तथा ग्रामीण अंचलों की आपराधिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की. डीजीपी ने रात एक बजे औबेदुल्लागंज थाने का निरीक्षण किया. उन्होंने औबेदुल्लागंज थाने में समन वारंट की तामीली की समीक्षा की और वारंट रजिस्टर के उचित संधारण के निर्देश दिए. इस संबंध में थाने की कार्यप्रणाली पर अप्रसन्नता व्यक्त की. यहां डीजीपी ने स्वयं कम्प्यूटर का संचालन कर आईसीजेएस की समीक्षा की. मालखाने का भी अवलोकन किया. उन्होंने थानों की केस डायरी की समीक्षा की एवं एसडीओपी द्वारा विवेचना किए जा रहे प्रकरणों की समीक्षा कर सुधार के निर्देश दिए.
डीजीपी ने ये निर्देश भी दिए : डीजीपी ने बिलखिरिया थाने में जब्त वाहनों के निपटान के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने थाना भवन के जीर्णोद्धार कार्य की प्रशंसा की. सीसीटीएनएस पर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर उन्होंने अपराधों के निराकरण के लिए नवीन तकनीकों का अधिक से अधिक प्रयोग करने पर जोर दिया. डीजीपी ने आईजी, डीआईजी, एसपी एवं भोपाल तथा इंदौर के पुलिस आयुक्त उपायुक्त को रात को भी अपने-अपने क्षेत्र के थानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं.
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ग्वालियर में बसों की चेकिंग : गुना जिले में बुधवार की रात निजी यात्री बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक बार फिर परिवहन और पुलिस विभाग जागा है. ग्वालियर में परिवहन और पुलिस विभाग ने गुरुवार को लगभग एक सैकड़ा वाहनों के पंजीयन फिटनेस प्रमाण पत्र और परमिट आदि चेक किए. दिल्ली पब्लिक स्कूल की एक बस को बिना कागजात के चलने पर उसे यातायात थाने में रखवाया गया है. उसके मालिक के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया जाएगा. खास बात यह है कि यातायात और परिवहन विभाग की यह कार्रवाई सिर्फ स्कूली बसों तक ही सीमित रही. इक्का दुक्का निजी यात्री बसों को ही चेक किया गया. जबकि ग्वालियर से भिंड, मुरैना, डबरा, शिवपुरी, दतिया चलने वाली अधिकांश बसों को चेक नहीं किया गया.