भोपाल। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही प्रदेश में किसान आंदोलन की सुगबुगाहट तेज होने लगी है. भारतीय किसान यूनियन ने 29 से 31 मई तक आंदोलन का ऐलान किया है. कांग्रेस का कहना है कि 15 साल तक किसानों को धोखा देने वाले अब किसान हितैषी बन रहे हैं. किसानों को गोलियों से भून देने वाले लोग किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं. इस साजिश का राजनीतिक तरीके से जवाब दिया जाएगा.
किसानों की कर्ज माफी के बाद और 10 हॉर्स पावर तक की बिजली मात्र 44 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देने के बाद मध्यप्रदेश में एक बार फिर किसान आंदोलन का मन बना रहे हैं. किसान यूनियन के बैनर तले हो रहे इस आंदोलन में केंद्र और राज्य सरकार दोनों से किसानों के हितों की मांग की गई है. जिसमें 3 दिन तक सब्जी, फल और दूध की बिक्री रोकने की भी बात कही जा रही है.
बताया जा रहा है कि किसानों को कर्ज माफी का लाभ मिले और समर्थन मूल्य तय करने का अधिकार किसानों को मिले. इस तरह की कई मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन 3 दिवसीय आंदोलन करने जा रही है. किसान आंदोलन को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि बीजेपी को जनता ने खारिज कर दिया है, इसलिए पर्दे के पीछे से साजिश रच रही है. लेकिन मध्यप्रदेश का किसान जिनकी छाती पर इन्होंने गोली चलाई थी और एके-47 से जिन्हें भून डाला था, वो इनके झांसे में नहीं आने वाले हैं.
किसानों को मालूम है कि कांग्रेस ने 10 दिन के अंदर कर्ज माफ किया है. 21 लाख किसानों तक राहत पहुंच भी गई है और बाकी लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है. किसानों को 40 पैसे प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है. हजारों-लाखों लोगों के घर पर सौ रुपए बिजली का बिल आ रहा है. बीजेपी वाले घर बैठे हैं, इनके पास कोई काम नहीं बचा है. भूपेंद्र गुप्ता ने दावा किया कि कोई आंदोलन नहीं होगा, प्रदेश में शांति का वातावरण है. अगर बीजेपी समर्थक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे तो राजनीतिक तरीके से निपटा जाएगा.